कोलकाता के हेस्टिंग्स में फोर्ट विलियम के पीछे के चेक गेटों पर नागरिक स्वयंसेवकों द्वारा ग्रीसिंग की जा रही है, ताकि प्रदर्शनकारियों को बैरिकेड्स पर चढ़ने से रोका जा सके।
पुलिस ने किए सभी पुख्ता इंतजाम
प्रदर्शन से पहले पुलिस ने सतर्कता बरतते हुए क्षेत्र में वज्र वाहनों, पानी की बौछारों और दंगा नियंत्रण बल को तैनात किया है। वहीं सड़कों को अवरुद्ध करने के लिए कंटेनर रखे गए हैं।
’नबन्ना अभियान’ नाम से आयोजित इस प्रोटेस्ट मार्च में राज्य सचिवालय बिल्डिंग नबन्ना का घेराव किया जाएगा, जहां से पश्चिम बंगाल की सरकार चलाई जाती है। इसी भवन में पश्चिम बंगाल की सीएम और उनके शीर्ष मंत्री बैठते हैं। कोलकाता पुलिस ने इस मार्च के हिंसक होने की आशंका जताते हुए पूरे महानगर को छावनी में बदल दिया है। पूरे शहर में करीब पांच हजार पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। साथ ही अतिरिक्त सुरक्षा बलों को भी तैयार रहने के लिए कहा गया है।
सुरक्षा व्यवस्था में कोलकाता और बंगाल पुलिस के करीब 4,500 जवान लगाए गए हैं। आईजी और डीआईजी रैंक के 21 अधिकारी तैनात रहेंगे। 13 एसपी या डीसी रैंक के अधिकारी मौजूद रहेंगे। साथ ही एडीसीपी या एसपी रैंक के 15 अधिकारियों को भी नवान्न एवं आसपास के इलाकों में तैनात किया जाएगा। साथ ही 22 एसीपी या डिप्टी एसीपी रैंक के अधिकारियों और 26 इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारियों के साथ दो हजार से अधिक पुलिसकर्मी नवान्न और आसपास के इलाकों में कानून व्यवस्था की स्थिति सम्भाल रहें हैं।