जीई रोड पर सात साल से अधूरा पड़ा स्काईवॉक फिर बनेगा, ट्रैफिक और सुरक्षा पर विशेष ध्यान

शहर की प्रमुख सड़क, जीई रोड, पर सात साल से अधूरा पड़ा स्काईवॉक अब फिर से बनने की ओर बढ़ रहा है, लेकिन इसे पूरा करना एक बड़ी चुनौती साबित हो सकता है। सबसे बड़ी समस्या ट्रैफिक नियंत्रण की होगी, क्योंकि इस रोड पर दिनभर भारी ट्रैफिक रहता है, जो सुबह 10 बजे से लेकर रात 9 बजे तक रुकता नहीं है। स्काईवॉक सड़क के बीचों-बीच स्थित है, जिससे निर्माण कार्य के दौरान ट्रैफिक को रोकना या डायवर्ट करना पड़ सकता है, जो बाजार की पूरी ट्रैफिक व्यवस्था को प्रभावित कर सकता है।

इसके अलावा, स्काईवॉक के सभी घटकों को ठीक से जांचने की आवश्यकता होगी। पिछले सात सालों से खुला रहने के कारण इस पर जंग लग गया है, और इसकी प्रत्येक वेल्डिंग, नट-बोल्ट, फ्लोरिंग और हुड को चेक करना जरूरी है। इसके पिलर की मजबूती की भी जांच की जाएगी। पीडब्ल्यूडी ने सितंबर महीने में इस काम के लिए टेंडर जारी किए थे और एजेंसियों से 15 अक्टूबर तक टेंडर जमा करने को कहा था। हालांकि, 16 और 17 अक्टूबर को निर्धारित ऑफलाइन डाक्यूमेंट्स जांच के बावजूद कोई एजेंसी प्रतिनिधि नहीं पहुंचा।

स्काईवॉक पर असमाजिक तत्वों के जमावड़े की आशंका के चलते, पीडब्ल्यूडी ने इसपर 50 सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय लिया है। इन कैमरों से स्काईवॉक के हर हिस्से की निगरानी की जाएगी, और इसका कंट्रोल रूम पास के थाने में स्थित रहेगा। थाने में लगे स्क्रीन पर स्काईवॉक की पूरी गतिविधि नजर आएगी। इसके अलावा, सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए, पीडब्ल्यूडी ने स्काईवॉक के प्रत्येक गेट पर सुरक्षा गार्ड तैनात करने का भी निर्णय लिया है।

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