रायपुर निगम सामान्य सभा में हंगामा: नेता प्रतिपक्ष बदले जाने पर बवाल, आकाश तिवारी ने GST को बताया ‘गब्बर टैक्स’, BJP पार्षद ने उठाई शराब दुकान हटाने की मांग
रायपुर — नगर निगम रायपुर की सामान्य सभा की बैठक में सोमवार को जमकर हंगामा हुआ। बैठक की शुरुआत से ही नेता प्रतिपक्ष बदले जाने के मुद्दे पर कांग्रेस पार्षदों ने विरोध जताया, वहीं भाजपा पार्षदों ने भी सरकार और निगम प्रशासन को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
🔹 नेता प्रतिपक्ष बदलने पर विवाद
सत्र की शुरुआत में कांग्रेस पार्षदों ने नेता प्रतिपक्ष पद से आकाश तिवारी को हटाए जाने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि बिना चर्चा और पार्टी सहमति के इस तरह का फैसला लेना गलत है। इस दौरान विपक्षी पार्षदों और कांग्रेस नेताओं के बीच तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली।
🔹 आकाश तिवारी ने GST सुधार को बताया ‘गब्बर टैक्स’
विवाद के बीच पूर्व नेता प्रतिपक्ष आकाश तिवारी ने अपने संबोधन में GST रिफॉर्म को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा,
“GST सुधार के नाम पर जनता पर गब्बर टैक्स थोपा गया है। आम नागरिक की जेब पर इसका सीधा असर पड़ रहा है।”
उनका बयान सुनते ही भाजपा पार्षदों ने कड़ा विरोध दर्ज कराया और तिवारी पर केंद्र सरकार को बदनाम करने का आरोप लगाया।
🔹 BJP पार्षदों ने उठाई शराब दुकान हटाने की मांग
सभा में भाजपा पार्षदों ने शहर के आवासीय और स्कूल क्षेत्रों में स्थित शराब दुकानों को हटाने की मांग की। उनका कहना था कि इन दुकानों की वजह से क्षेत्र के माहौल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
उन्होंने निगम प्रशासन से तुरंत कार्रवाई करने की मांग की और चेतावनी दी कि यदि कदम नहीं उठाया गया तो आंदोलन किया जाएगा।
🔹 अन्य मुद्दों पर भी गरमागरम बहस
बैठक में शहर की स्वच्छता, सड़क निर्माण, जल निकासी, और नाली-सफाई जैसे मुद्दों पर भी चर्चा हुई। कई पार्षदों ने निगम अधिकारियों पर लापरवाही के आरोप लगाए।
महापौर ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जनता से जुड़े कार्यों में किसी भी तरह की देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
🔹 निष्कर्ष
रायपुर नगर निगम की यह बैठक राजनीतिक तकरार और जनहित के मुद्दों से भरी रही। नेता प्रतिपक्ष बदलने का मामला जहाँ कांग्रेस के अंदरूनी मतभेद को उजागर करता है, वहीं शराब दुकान और GST पर हुई बहस ने सभा को पूरी तरह गरम कर दिया।
