“एयर एम्बुलेंस में मरीज की मौत, अस्पताल पर लापरवाही का आरोप – कलेक्टर ने जारी किया नोटिस”

रायपुर के एक निजी अस्पताल पर एक महिला मरीज की मौत के मामले में बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की गई है। कलेक्टर ने अस्पताल का लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया शुरू करते हुए नोटिस जारी किया है। यह मामला भारती देवी खेमानी की मौत से जुड़ा है, जिनकी मृत्यु सितंबर 2024 में एयर एम्बुलेंस से हैदराबाद ले जाते समय हो गई थी।

अस्पताल पर लापरवाही का आरोप, बेटा कर रहा था लगातार विरोध

भारती देवी के बेटे ओमी खेमानी ने सोशल मीडिया पर लगातार वीडियो डालकर अपनी मां की मौत के लिए अस्पताल प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया था। उनका आरोप था कि अस्पताल की लापरवाही के कारण ही यह दुखद घटना हुई।

उच्च स्तरीय जांच में पुष्टि: मरीज को बिना डॉक्टर के भेजा गया एयरपोर्ट

12 सितंबर 2024 को हुई इस घटना के बाद परिजनों ने वीडियो जारी किए और प्रदर्शन भी किया। इसके बाद एक उच्च स्तरीय समिति बनाई गई, जिसने अपनी जांच में पाया कि मरीज को बिना किसी डॉक्टर की उपस्थिति के एयरपोर्ट रवाना किया गया। यही नहीं, एयर एम्बुलेंस में ऑक्सीजन की भी व्यवस्था नहीं थी।

कलेक्टर ने माना बड़ी लापरवाही, 30 दिन में मांगा जवाब

समिति की रिपोर्ट के आधार पर कलेक्टर ने इस लापरवाही को गंभीर मानते हुए अस्पताल पर ₹20,000 का जुर्माना लगाया है और 30 दिनों में जवाब दाखिल करने का नोटिस जारी किया है। साथ ही, अस्पताल का लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।

6.11 लाख में बुक की गई थी एयर एम्बुलेंस, फिर भी नहीं बची जान

परिजनों ने बताया कि भारती देवी को स्वाइन फ्लू के इलाज के लिए 2 सितंबर को एनएचएमएमआई में भर्ती कराया गया था। जब हालत नहीं सुधरी, तो 12 सितंबर को अस्पताल ने हैदराबाद रेफर करने की सलाह दी। इस दौरान रेड एयर एम्बुलेंस सेवा ने 6 लाख 11 हजार रुपए लिए, लेकिन ऑक्सीजन और डॉक्टर जैसी बुनियादी व्यवस्थाएं नहीं थीं।

डॉक्टरों ने बताई प्राकृतिक मौत, परिजनों ने किया विरोध

मरीज की एयरपोर्ट ले जाते समय मौत हो गई। डॉक्टरों ने इसे ‘प्राकृतिक मौत’ बताया, लेकिन परिजनों ने इसे मानने से इनकार कर दिया और अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए। इस घटना के बाद अस्पताल में भारी हंगामा भी हुआ।