रामनवमी के शुभ अवसर पर 5 अप्रैल को अयोध्या धाम के दिव्य दर्शन के लिए भव्य यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। इस यात्रा में 1008 राम भक्तों के शामिल होने की उम्मीद है, और इसके लिए तैयारियां जोरों पर हैं।
यात्रा की तैयारियां अंतिम चरण में
यात्रा संयोजक प्रवीण झा की अध्यक्षता में मंगलवार को तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 21 एसी बसों की व्यवस्था की गई है। साथ ही भोजन, जलपान और विश्राम स्थलों का भी विशेष प्रबंध किया गया है।
यात्रा का कार्यक्रम और दिशानिर्देश
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5 अप्रैल दोपहर 1 बजे पुलिस ग्राउंड से बसें अयोध्या धाम के लिए प्रस्थान करेंगी।
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रात्रि भोजन अंबिकापुर में होगा, इसके लिए 45 मिनट का समय निर्धारित है।
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रात में प्रयागराज पहुंचने के बाद संगम स्नान किया जाएगा और फिर सुबह 6:30 बजे अयोध्या के लिए प्रस्थान होगा।
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किसी कारणवश अगर कोई यात्री प्रयागराज में देरी करता है और बस छूट जाती है, तो उसे अपने स्वयं के साधन से अयोध्या पहुंचना होगा।
प्रयागराज में निकलेगी भव्य पदयात्रा
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6 अप्रैल को दोपहर भोजन के बाद सूर्या पैलेस होटल से 1008 भक्त पीले वस्त्र धारण कर रामलाल के दर्शन के लिए मंदिर प्रस्थान करेंगे।
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शाम 7 बजे आध्यात्मिक कार्यक्रम होगा, उसके बाद रात्रि भोजन और फिर वापसी यात्रा प्रारंभ होगी।
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सभी दर्शनार्थियों को अपनी निर्धारित बस में ही यात्रा करनी होगी, अन्य बस में यात्रा की अनुमति नहीं होगी।
यात्रा के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश
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5 अप्रैल सुबह 10 बजे सभी भक्तों को भगवा वस्त्र धारण कर पुलिस मैदान में एकत्रित होना होगा।
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आई कार्ड वितरण सुबह 10:30 से 11:30 बजे तक किया जाएगा।
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ओरिजनल पावती जमा करने पर ही आई कार्ड एवं अन्य सामग्री का पैकेट मिलेगा।
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बस में प्रवेश के लिए आधार कार्ड साथ लाना और आई कार्ड पहनना अनिवार्य होगा।
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सभी दर्शनार्थी बस इंचार्ज के दिशा-निर्देशों का पालन करेंगे।
भक्ति और उत्साह से भरी होगी यात्रा
इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य भक्तों को भगवान श्रीराम के दिव्य दर्शन कराना है। समिति के सदस्य, स्वयंसेवक और आयोजक इस यात्रा को सफल और स्मरणीय बनाने में पूरी तत्परता से जुटे हुए हैं।