रायपुर। छत्तीसगढ़ में इस बार मेयर का चुनाव पार्षद नहीं, बल्कि जनता करेगी। साय सरकार, भूपेश कार्यकाल में बनाए गए नियम का संशोधन कर दिया है। सरकार के सूत्रों के अनुसार नियम में संशोधन किया जा सके, इसलिए नगरीय निकाय से प्रपोजल मांगा गया था। अब नियम में बदलाव किया गया है।
हर राजनीतिक दल महापौर पद के लिए अपने प्रतयाशी मैदान में उतारेगा। माना जा रहा है कि जनवरी से फरवरी के बीच निकाय चुनाव हो सकते हैं। खबर ये भी है कि निकाय और पंचायत दोनों चुनाव भी एक साथ करवाए जा सकते हैं। इसे लेकर नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव ने बताया- विष्णुदेव साय का ऐतिहासिक निर्णय है।
अब अपना नेता जनता को चुनने का अधिकार होगा। शहर का अपने क्षेत्र का प्रथम नागरिक चुनने का अधिकार लोगों को मिलेगा। ये अधिकार विष्णुदेव साय ने जनता को दिया है। कांग्रेस ने हार के डर से बदल दी थी चुनाव प्रणाली। सभी निगमों में महापौर होने के बाद भी कर दी शहर की दुर्दशा होती चली गई। अब फिर से प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव होगा। विष्णुदेव साय के साथ बीजेपी के महापौर शहरों का विकास करेंगे।