रायपुर : छत्तीसगढ़ शासन, वाणिज्यक कर पंजीयन विभाग के निर्णय अनुसार रायपुर जिले रायपुर में 3 उप पंजीयक एवं तहसील में 4 उप पंजीयक कार्यालयों में भारत सरकार के एनजीडीआरएस प्रणाली भारत सरकार सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा निर्धारित सुरक्षा मापदण्डों के अनुरूप सॉफ्टवेयर है। जिसमें सुरक्षा के विभिन्न Feature होने के कारण False अपॉईंटमेंट की संभावना नहीं है।
जिला पंजी रायपुर आशुतोष कौशिक ने बताया कि पुरानी प्रणाली में फाल्स अपॉईंटमेंट लेकर टोकन स्लॉट की कृत्रिम कमी पैदा करने की संभावना थी। एनजीडीआरएस प्रणाली में दस्तावेज निर्माण के समय ही सारभूत तथ्यों की प्रविष्टी किया जाकर उसे सेव रखा जा सकता है तथा आवश्यकता अनुसार कई अपॉईंटमेंट लेते समय उन तथ्यों की पुनः प्रविष्टी नहीं करना होता जबकि पुराने सॉफ्टवेयर में हर बार अपॉईमेंट के समय उन्हीं तथ्यों को प्रविष्ट करना होता था।
उन्होंने बताया कि कोई अपॉईमेंट या टोकन चुक जाने पर उस से संबधित Database समाप्त हो जाता था। प्रारूप कर्ता स्तर पर एक बार प्रविष्टी होने के बाद उन आकड़ों की रजिस्ट्री कार्यालय की पुनः प्रविष्टी नही करना होता जिससे समय की बचत होती है। एनजीडीआरएस प्रणाली राज्य शासन के भूइंया सॉफ्टवेयर से लिंक होने के कारण खसरों के अद्यतन स्थिति के अनुसार रजिस्ट्री होता है जिससे नामांतरण के समय संभावित परेशानियों से बचा जा सकता है।
कौशिक ने बताया कि वर्तमान में जिले में लगभग 6790 प्रतिबंधित खसरों की प्रविष्टी को एनजीडीआरएस सॉफ्टवेयर में करा लिया गया है। किसी भी प्रतिबंधित खसरों की रजिस्ट्री एनजीडीआरएस के साफ्टवेयर के माध्यम से नही हुई है। उन्होंने प्रारूपकर्ताओं एवं जनता से अपील की एनजीडीआरएस प्रणाली में अपने आकंडो एवं तथ्यों की प्रविष्टी शुद्धता पूर्वक करते है तो टोकन को बार-बार Revert किये जाने की समस्या से बचा जा सकता है।
इसलिये अपाईमेंट बुक करते समय विलेख की तथ्यों की सावधानीपूर्वक प्रविष्टी करें। रजिस्ट्री नियमों के अनुसार दस्तावेज एवं उसके सभी सहपत्र तैयार होने के बाद अपाईमेंट लेवे तथा किसी भी प्रकार के भ्रम या अफवाह फैलाने वाले तत्वों से सावधान रहे। एनजीडीआरएस के साफ्टवेयर में किसी प्रकार का संदेह होने पर पंजीयन अधिकारी से मिल कर समाधान करें।