बस्तर। छत्तीसगढ़ के बस्तर को नक्सलमुक्त करने के लिए तीन मोर्चे पर एक साथ काम चल रहे हैं। इसमें सबसे अहम कानूनी कार्रवाई यानी ऑपरेशन है, जिसमें लगभग 200 नक्सली मार गिराए गए हैं। यह ऑपरेशन और तेज होने जा रहा है।
इसके अलावा नक्सलियों को स्थानीय युवाओं से दूर करने के लिए भी पुलिस और सुरक्षा बल के जवान मुहिम छेड़े हुए हैं। इसके तहत बाकायदा खेल गतिविधियां कराई जा रही हैं। तीसरे मोर्चे पर विकास कार्यों को तेज किया जा रहा है।
नक्सल मोर्चे पर चल रहे ऑपरेशन से मिली सफलता ने सुरक्षा बलों के साथ प्रशासन का भी उत्साहवर्धन किया है। इसके चलते अब यह तय किया गया है कि बारिश के बाद ऑपरेशन को और तेज किया जाएगा। बड़ा इलाका नक्सलियों से मुक्त कराने के लिए भीतर जंगल में ऑपरेशन चलाए जाएंगे।
वैसे अब तक 600 से अधिक गांवों को नक्सलियों से मुक्त कराने की बात सामने आ रही है। नक्सल इलाकों में अब फोर्स का डामिनेंस बढ़ता जा रहा है इस कारण फिलहाल सरकारी स्तर पर वार्ता की पहल भी नहीं हो रही है और इसकी संभावना भी कम ही है क्योंकि वार्ता की पहल करने पर ऑपरेशन का दबाव कम हो जाएगा, जो कि रणनीतिक मोर्चे पर अच्छा नहीं होगा।
इस कारण सरकार की ओर से आ रहे बयानों में भी इस बात का खास ख्याल रखा जा रहा है। मसलन, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ बैठक के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बयान दिया कि सरकार चाहती है कि नक्सली हिंसा छोड़कर आत्मसमर्पण करें और मुख्य धारा से जुड़ें।