एन. माही प्रोडक्शन हाउस व निर्माता मोहित साहू की प्रस्तुति, 4 अक्टूबर को होगी रिलीज़

रायपुर। छत्तीसगढ़ में यह अपने किस्म का पहला इवेंट था। छत्तीसगढ़ी सिनेमा के लिए तूफानी रही। फ़िल्म ‘चंदा मामा’ की रिलीजिंग से पहले इसके गानों पर राजधानी रायपुर के इंडोर स्टेडियम (बूढ़ापारा) में निर्माता मोहित साहू के एन. माही प्रोडक्शन हाउस की ओर से डॉस कॉम्पीटिशन आयोजित था। रतनपुर का डॉस ग्रुप स्वरागनी विजेता एवं रायपुर का हल्दी ग्रुप उप विजेता रहे। सरगुजा के फैशन ग्रुप को तीसरा, रायगढ़ के जे.एस.एम. ग्रुप को चौथा तथा भिलाई के स्प्रिट ग्रुप को पांचवां स्थान मिला।

वहीं चंदा मामा’ डॉस कॉम्पीटिशन शो के मुख्य अतिथि रायपुर नगर निगम भाजपा पार्षद दल के उप नेता मनोज वर्मा एवं विशेष अतिथि जाने-माने डायरेक्टर उत्तम तिवारी व वरिष्ठ कलाकार संतोष सारथी थे। जाने-माने सिंंगर विवेक शर्मा एवं मोनिका वर्मा ने गीतों की शानदार प्रस्तुति दी। ‘चंदा मामा’ में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे कलाकारों ने भी जबरदस्त डॉस परफार्म किया।

छत्तीसगढ़ में यह अपने किस्म का पहला इवेंट था। ‘चंदा मामा’ के गानों पर डॉस परफार्म के लिए हमने ऑन लाइन प्रविष्टियां मंगाई थीं। उन प्रविष्टियों में से 21 ग्रुप सेलेक्ट किए गए जिनका की परफार्मेंस हुआ। मुख्य विजेता टीम को ढाई लाख एवं उप विजेता टीम को दो लाख का पुरस्कार दिया गया। तृतीय को डेढ़ लाख, चतुर्थ को 1 लाख एवं पंचम स्थान प्राप्त करने वाले ग्रुप को 51 हज़ार का पुरस्कार दिया गया। डॉस कॉम्पिटिशन के जज छत्तीसगढ़ी सिनेमा के जाने-माने कोरियोग्रफार चंदन दीप, मनोज दीप एवं बाबा ठाकुर थे।”

उल्लेखनीय है कि ‘चंदा मामा’ की कहानी का खाका खुद प्रोड्यूसर मोहित साहू ने अपने दिमाग में काफ़ी पहले से खींचकर रखा था, जो कि 4 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ के सिनेमाघरों में प्रदर्शित होने के साथ साकार होने जा रहा है। डायरेक्टर अभिषेक सिंंह हैं, जिनकी न सिर्फ़ छॉलीवुड बल्कि बॉलीवुड में भी अच्छी पकड़ है। ‘चंदा मामा’ में हीरो दिलेश साहू एवं नायिका दिया वर्मा की जोड़ी नज़र आएगी। अन्य प्रमुख कलाकार जीत शर्मा, अंजलि ठाकुर, अनिरुद्ध ताम्रकार, धर्मेन्द्र चौबे, संजू साहू, उषा विश्वकर्मा, शमशीर शिवानी, बाबा ठाकुर, जागेश्वरी मेश्राम, आनंद साहू, जयराम भगवानी, नेहा शर्मा, एवं घनश्याम वर्मा हैं।

चंदामामा दूसरे फिल्म से अलग कैसे

छत्तीसगढ़ फिल्म चंदामामा की इन दिनों जबरदस्त चर्चा है, दरअसल यह फिल्म छत्तीसगढ़ में श्रीरामचंद्र जी से जुड़े भांजे के पवित्र रिश्ते से प्रेरित होकर मामा और भांजे के प्यार और दुलार पर आधिरित है। अधिकांश युवा छत्तीसगढ़ की माटी से भगवान श्रीराम से सीधे तौर पर जुड़े इस रिश्ते की कहानी को कमतर ही जानते हैं ! फिल्म में इसी को आधार बनाकर पारिवारिक कहानी के तौर पर प्रस्तुत किया गया है, जो पूरी तरह अपने दोस्तों, संबंधियों और सहोदरों के साथ देखने योग्य है। इसके साथ ही फिल्म में छत्तीसगढ़ में सर्वाधिक माने जाने वाली माॅ दुर्गा की महिमा का बखान भी है, जिसमें यह प्रदर्शित किया गया है कि आखिर क्यों छत्तीसगढ़ में माॅ दुर्गा देवी के प्रति इतनी आस्था हैं, यही सब फिल्म में देखने व जानने को मिलेगा, इसलिए यह फिल्म एक बार सभी को सपरिवार अवश्य देखना चाहिए।

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