कोरबा । जिले में जिला खनिज संस्थान न्यास मद की राशि से विभिन्न विकास कार्य किए जा रहे हैं। नीट, जेईई जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए बच्चों की उच्च शिक्षण संस्थानों में निःशुल्क कोचिंग और उच्च शिक्षा हेतु महाविद्यालय, विश्वविद्यालयों में बच्चों की पढ़ाई के लिए डीएमएफ मद से सहयोग किया जा रहा है। इसी कड़ी में बीते दिनों जिले के सुदुर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए जिला खनिज संस्थान न्यास मद से 114 स्वास्थ्य कर्मियों की नियुक्ति की गई है। इसके साथ ही विशेष पिछड़ी जनजाति समुदाय (पहाड़ी कोरवा एवं बिरहोर) के 11 अभ्यर्थियों को विद्यालयों में अतिथि शिक्षक के रूप में नियुक्ति की गई है। उक्त बातें कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित डीएमएफ मद से स्वास्थ्य कर्मियों के नियुक्ति पत्र अभ्यर्थियों को वितरित करते हुए उद्योग, वाणिज्य, व्यापार एवं श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन ने कही।
मंत्री श्री देवांगन ने कहा कि जिले में खनिज न्यास संस्थान की राशि का उपयोग पारदर्शीपूर्ण तरीके से किया जा रहा है। श्री देवांगन ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मंशानुसार जिला खनिज संस्थान न्यास मद की राशि का उपयोग खनन प्रभावित जिले के ही विकास कार्यों में सदुपयोग किया जा रहा है। इस अवसर पर मंत्री श्री देवांगन ने दंत चिकित्सक डॉ. प्रीति गुप्ता, डॉ. अर्पण भेलवा, डॉ. प्रिया तिर्की, डॉ. धनंजय जायसवाल, लैब टेक्निशियन श्री दीपक कश्यप, सुश्री गीता, फार्मासिस्ट सुब्रत शर्मा एवं ड्रेसर मुकेश कुमार को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। इसके साथ ही विशेष पिछड़ी जनजाति समुदाय के सुश्री आरती एवं सुश्री अनुसुईया को अतिथि शिक्षक के रूप में नियुक्ति पत्र प्रदान कर शुभकामनाएं दी। मंत्री श्री देवांगन ने राजकुमार चिकनीपाली, वनवीरा, अंजयारी बाई पतरापाली, विमलाबाई पतरापाली को वनाधिकार पत्रों का भी वितरण किया।
इस अवसर पर कलेक्टर अजीत वसंत ने कहा कि जिला खनिज संस्थान न्यास मद की राशि जिले के विकास कार्यों के साथ ही स्वास्थ्य, शिक्षा के क्षेत्र में उपयोग किया जा रहा है। इसके साथ ही विशेष पिछड़ी जनजाति समुदाय के अभ्यर्थियों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए उन्हें अतिथि शिक्षक के रूप में नियुक्ति प्रदान की गई है। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शिवकला कंवर, पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी, अपर कलेक्टर दिनेश नाग, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस. एन. केसरी, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीकांत कसेर सहित आदि विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।