छत्तीसगढ़ में यातायात समस्याओं और उनके समाधान पर विचार-विमर्श करने के लिए 5 संभागों की बैठक आयोजित की गई। यह बैठक परिवहन सचिव सह आयुक्त एस. प्रकाश की अध्यक्षता में वर्चुअली संपन्न हुई, जिसमें रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, अंबिकापुर और जगदलपुर जिले के प्रशासनिक अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में अपर परिवहन आयुक्त डी. रविशंकर भी उपस्थित थे।
ई-रिक्शा और ऑटो की बढ़ती संख्या पर चर्चा
बैठक में ई-रिक्शा और ऑटो की बढ़ती संख्या के मद्देनजर यातायात व्यवस्था में सुधार के उपायों पर चर्चा की गई। जिलों में पंजीकृत ई-रिक्शा और ऑटो की संख्या निरंतर बढ़ रही है, जिससे यातायात में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है।
पंजीकृत ई-रिक्शा और ऑटो की संख्या:
-
ई-रिक्शा:
- रायपुर: 13,374
- बिलासपुर: 4,493
- दुर्ग: 4,038
- अंबिकापुर: 1,311
- जगदलपुर: 41
-
ऑटो:
- रायपुर: 20,306
- बिलासपुर: 14,867
- दुर्ग: 9,602
- अंबिकापुर: 4,429
- जगदलपुर: 3,431
रायपुर जिला प्रशासन की योजना
बैठक में रायपुर जिला प्रशासन द्वारा तैयार की गई जोनवार योजना पर भी चर्चा की गई। इस योजना के तहत रायपुर शहर को 5 प्रमुख जोनों में बांटकर ई-रिक्शा और ऑटो के संचालन को व्यवस्थित किया जाएगा, ताकि यातायात में सुधार किया जा सके।
ई-रिक्शा के लिए अधिनियम और नियमों पर चर्चा
ई-रिक्शा के संचालन के लिए केंद्र और राज्य सरकार द्वारा प्रचलित अधिनियम और नियमों पर भी बैठक में विस्तार से चर्चा की गई। इसके साथ ही, राज्य शासन और जिला प्रशासन को प्राप्त शक्तियों पर भी विचार-विमर्श किया गया।
समस्या के समाधान के लिए सुझाव मांगे गए
बैठक में ई-रिक्शा और ऑटो पंजीयन में वृद्धि के कारण उत्पन्न समस्याओं के समाधान के लिए सुझाव मांगे गए हैं। जिला सड़क सुरक्षा समिति या जिला प्रशासन के माध्यम से राज्य सड़क सुरक्षा समिति या परिवहन विभाग को सुझाव भेजे जा सकते हैं।
इस बैठक के माध्यम से छत्तीसगढ़ में यातायात व्यवस्था को और अधिक व्यवस्थित और सुगम बनाने के लिए ठोस कदम उठाए जाने की संभावना है।