24 फरवरी को, टिकेश्वरी रजक ने गुढ़ियारी थाने में शिकायत दर्ज कराई कि दो नकाबपोश युवकों ने उनके घर में घुसकर लूट की वारदात को अंजाम दिया। महिला ने बताया कि वह अपने बेटे के साथ सुखराम नगर गोगांव में रहती हैं और दिन के करीब ढाई बजे घर पर आराम कर रही थीं, तभी दो नकाबपोश युवक घर में घुस आए।
लुटेरों ने महिला के मुंह को दबाया और हाथों को गमछे से बांध दिया। फिर उन्होंने अलमारी की चाबी मांगी, लेकिन जब चाबी नहीं मिली, तो उन्होंने रॉड से अलमारी का ताला तोड़ दिया। अलमारी से करीब 21 तोला सोना, एक हीरे की अंगूठी, और लगभग 1 किलो चांदी के गहने चुराकर बैग में रख लिए। इसके बाद, दोनों लुटेरों ने महिला के पैरों को रस्सी से बांध दिया और घर का दरवाजा बाहर से लॉक करके फरार हो गए। महिला ने किसी तरह से तकिए के नीचे रखे अपने मोबाइल से मकान मालिक से संपर्क किया और मदद मांगी।
रायपुर SSP डॉ. लाल उम्मेद सिंह के अनुसार, इस लूट की साजिश का मास्टरमाइंड महिला का परिचित और दोस्त, सुनील चौहान था। सुनील अक्सर महिला के घर आता-जाता था और उसे यह जानकारी थी कि घर में बड़ी मात्रा में सोने-चांदी के गहने और नकदी रखे हैं। दो महीने पहले, सुनील ने अपने दो रिश्तेदारों, विक्रम सिंह चौहान और तीरेंद्र चौहान के साथ मिलकर लूट की योजना बनाई थी।
आरोपियों ने लूट से आठ दिन पहले घर की रेकी की थी और देखा था कि महिला का बेटा घर में नहीं था। लूट के दौरान, सुनील ने बेटे पर नजर रखी ताकि वह घर में वापस न आ जाए। लूट के बाद आरोपी बाइक से दुर्ग की ओर फरार हो गए। पुलिस ने रायपुर से दुर्ग तक की 40 किलोमीटर की सड़क और गलियों में लगभग 1000 CCTV फुटेज की जांच की, जिनसे लुटेरों की पहचान हो पाई और उन्हें गिरफ्तार किया गया।