उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हाल ही में भड़की हिंसा के मामले में पुलिस ने एक और महत्वपूर्ण गिरफ्तारी की है। पुलिस ने फरहत नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया, जो हिंसा के दौरान एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर रहा था। इस वीडियो में फरहत ने हिंदू समुदाय को मारने की धमकी दी थी। यह गिरफ्तारी मामले में एक अहम विकास है, क्योंकि वीडियो के कारण हिंसा को भड़काने और समुदायों के बीच नफरत फैलाने का आरोप लगाया गया है।
संभल हिंसा 15 नवंबर को जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान भड़की थी, जिसके परिणामस्वरूप चार लोगों की मौत हो गई थी और एक उप जिलाधिकारी समेत 25 लोग घायल हो गए थे। इसके बाद पुलिस ने मामले से जुड़े आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी थी।
अब तक 28 आरोपी गिरफ्तार, 30 टीमें जांच में जुटी
संभल हिंसा में अब तक कुल 28 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस ने 30 विशेष टीमें गठित की हैं जो CCTV फुटेज के जरिए आरोपियों की पहचान कर रही हैं। इसके अलावा, पुलिस ने 100 से ज्यादा उपद्रवियों की तस्वीरें भी सार्वजनिक की हैं और उनकी तलाश जारी है। पुलिस का कहना है कि फरार आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
नुकसान की भरपाई आरोपियों से होगी
उत्तर प्रदेश सरकार ने हिंसा के दौरान हुई सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान की भरपाई आरोपियों से वसूलने का फैसला लिया है। इसके तहत, पत्थरबाजी करने वाले और उपद्रवी तत्वों के पोस्टर सार्वजनिक स्थानों पर लगाए जाएंगे और उनसे संपत्ति के नुकसान की वसूली की जाएगी। इसके अलावा, इन उपद्रवियों पर इनाम भी जारी किया जा सकता है।
राजनीतिक नेताओं के बयान पर बीजेपी का कड़ा रुख
बीजेपी के राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने संभल हिंसा पर कड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश में जानबूझकर दंगा भड़काना, पुलिस की गाड़ियों को निशाना बनाना, खुलेआम फायरिंग करना और पथराव करना स्वीकार नहीं किया जाएगा। इसके पीछे जो भी लोग हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।” उन्होंने यह भी कहा कि “संभल में स्थिति अब शांतिपूर्ण है और राजनेताओं को भड़काऊ बयान देने से बचना चाहिए।”
संभल हिंसा के मामले में पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है, और उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।