डोंगरगढ़ पुलिस ने एक बड़े अवैध शराब तस्करी रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने करवारी रोड स्थित एक फार्महाउस पर छापा मारकर 27 लाख रुपये मूल्य की 3888 बल्क लीटर शराब जब्त की। यह शराब मध्यप्रदेश से लाकर छत्तीसगढ़ में बेचने के लिए तैयार की जा रही थी।
फार्महाउस से लाखों की शराब और नकली लेबल बरामद
29 मार्च को गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने करवारी रोड पर रोहित नेताम उर्फ सोनू के फार्महाउस पर छापा मारा। पुलिस के पहुंचने से पहले ही तस्करों को भनक लग गई और वे मौके से फरार हो गए। जांच के दौरान पुलिस को 432 पेटी शराब, हजारों खाली बोतलें, नकली स्टिकर, होलोग्राम और अन्य सामग्री मिली, जिनका इस्तेमाल स्थानीय बाजार में अवैध शराब बेचने के लिए किया जाता था।
मुख्य आरोपी हाईटेक तरीके से चला रहा था तस्करी का धंधा
इस रैकेट का सरगना रोहित नेताम पुलिस के लिए नया नाम नहीं है। उसके खिलाफ पहले से ही अवैध शराब, मारपीट और जुए के कई मामले दर्ज हैं। उसने अपने फार्महाउस में सीसीटीवी कैमरे और वाईफाई लगा रखा था, ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी उसे तुरंत मिल सके। छापेमारी के दौरान भी वह मोबाइल पर पुलिस की कार्रवाई को लाइव देख रहा था और मौका पाकर फरार हो गया। हालांकि, पुलिस ने बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया।
SIT की कार्रवाई में 8 आरोपी गिरफ्तार
गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग के निर्देश पर एक विशेष जांच टीम (SIT) बनाई गई, जिसमें डोंगरगढ़ थाना और साइबर सेल के अधिकारी शामिल थे। टीम ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से संदिग्धों की पहचान की और अलग-अलग जगहों पर दबिश देकर आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपियों में रोहित नेताम उर्फ सोनू, दलजीत सिंह उर्फ राजा, मोहित कुर्रे, रवि कंडरा, सिद्धार्थ फुले, सोनू यादव, विशाल मिश्रा और भुवन कंडरा शामिल हैं। इन सभी के खिलाफ पहले से ही अपहरण, मारपीट, अवैध शराब तस्करी और जुआ से जुड़े कई मामले दर्ज हैं।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के बीच कार्रवाई
शराब जब्त होने के बाद इस मामले में राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई थी। विपक्ष ने आरोप लगाया कि पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने में देरी कर रही है। लेकिन SIT की कार्रवाई के बाद आठ आरोपियों की गिरफ्तारी से पुलिस की साख बच गई है।