ईरानी सुप्रीम लीडर खामेनेई का ऐलान: “जंग शुरू हो चुकी है”, यहूदी शासन के लिए कोई दया नहीं ईरान में अब तक करीब 600 लोगों की मौत, हालात तनावपूर्ण

 यहूदी शासन के लिए कोई दया नहीं ईरान में अब तक करीब 600 लोगों की मौत, हालात तनावपूर्ण

 तेहरान/यरूशलम | 18 जून 2025

ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने मंगलवार को एक भावनात्मक और आक्रामक भाषण में यह ऐलान किया कि “जंग की शुरुआत हो चुकी है” और ईरान अब यहूदी शासन (इज़राइल) के प्रति किसी भी प्रकार की “दया” नहीं दिखाएगा। यह बयान ऐसे समय पर आया है जब ईरान और इज़राइल के बीच तनाव चरम पर है, और ईरान में अब तक की झड़पों व हमलों में लगभग 600 लोगों की मौत हो चुकी है।

खामेनेई ने देश की जनता को संबोधित करते हुए कहा –

“हम पर जो थोपा गया है, वह अब हमारी सहनशक्ति से बाहर है। यहूदी शासन का अत्याचार और ज़ुल्म अब सहन नहीं किया जाएगा। यह एक निर्णायक मोड़ है।”

भारी जनसमर्थन और शोक

तेहरान, मशहद, इस्फहान सहित कई शहरों में हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए। शहीदों को श्रद्धांजलि दी जा रही है और खामेनेई के समर्थन में नारे लगाए जा रहे हैं। शिया बहुल इलाकों में जनआंदोलन ने उग्र रूप ले लिया है।

इज़राइल ने दी चेतावनी

इज़राइली सेना ने भी इस बयान को “खतरनाक उकसावा” करार देते हुए जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है। तेल अवीव में सुरक्षा स्तर को सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंचा दिया गया है और सीमावर्ती इलाकों में सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी गई है।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

संयुक्त राष्ट्र और कई पश्चिमी देशों ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है। अमेरिका ने चेतावनी दी है कि यदि यह संघर्ष फैलता है तो इसके “गंभीर क्षेत्रीय परिणाम” हो सकते हैं।

   


विश्लेषण:
विशेषज्ञ मानते हैं कि खामेनेई का यह बयान सिर्फ एक सैन्य प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि राजनीतिक और धार्मिक घोषणा भी है, जो पश्चिम एशिया को लंबे समय तक अस्थिर कर सकता है।

इजराइल का ईरान पर 50 से ज्यादा फाइटर जेट से हमला

इजराइली सेना ने कहा है कि ईरान में रातभर चले एक बड़े ऑपरेशन में 50 से ज्यादा लड़ाकू विमानों ने हिस्सा लिया। इस हमले में कई अहम ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिनमें परमाणु हथियारों से जुड़ी एक फैक्ट्री और हथियार बनाने वाली कई जगहें शामिल थीं।

सेना के मुताबिक, तेहरान में जिस सेंट्रीफ्यूज प्रोडक्शन साइट पर हमला हुआ, वह यूरेनियम को शुद्ध करने के लिए इस्तेमाल होता था। इसे ईरान परमाणु हथियार विकसित करने के लिए इस्तेमाल कर सकता था।

इसके अलावा, सेना ने बताया कि जिन हथियार फैक्ट्रियों को निशाना बनाया गया, वहां मिसाइलों और विमानों को गिराने वाले सिस्टम बनाए जा रहे थे। इन जगहों पर कच्चे माल और जरूरी उपकरण तैयार किए जा रहे थे।

इजराइल की सेना ने इस ऑपरेशन में शामिल लड़ाकू विमानों की उड़ान की फुटेज भी जारी की है।