पश्चिम बंगाल में रायपुर की बेटी प्राप्ति के तबले की गूंज ने बांधा समा,

रायपुर। विश्वविख्यात तबला वादक उस्ताद केरमतुल्लाह ख़ां साहब को श्रद्धांजलि देने पश्चिम बंगाल के जादवपुर में आयोजित भव्य संगीतमय कार्यक्रम में रायपुर की होनहार बेटी प्राप्ति भट्टाचार्य ने तबले की शानदार प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया। यह आयोजन प्राप्ति के गुरु पंडित स्वपन शिवा द्वारा आयोजित किया गया था, जिसमें देश विदेश से प्रतिभागी शामिल हुए। उनका यह प्रदर्शन न केवल एक सांस्कृतिक उपलब्धि है, बल्कि देशभर की बालिकाओं के लिए भी एक प्रेरणा है कि परिश्रम से वे भी भारतीय शास्त्रीय संगीत की इस विधा में नए आयाम छू सकती हैं।
बंदिश तबला अकादमी की छात्रा प्राप्ति जो “प्रिंसेस ऑफ तबला” के नाम से प्रसिद्ध रिम्पा शिवा की शिष्या भी हैं, ने जादवपुर विश्वविद्यालय के त्रिगुणा सेन ऑडिटोरियम इस प्रतिष्ठित मंच पर अपने सधे हुए और भावपूर्ण तबला वादन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी श्री पुलक भट्टाचार्य, श्रीमती पापिया भट्टाचार्य की बेटी और पीयूषी की बड़ी बहन प्राप्ति को मिल रही शाबासी से पूरा परिवार भी मंत्रमुग्ध है। इनका मानना है कि प्राप्ति ने आत्मविश्वास और लयबद्धता से यह सिद्ध कर दिया कि अद्भुत प्रदर्शन के लिए संगीत साधना की भूमिका महत्वपूर्ण है और उम्र या लिंग इसमें कभी बाधा नहीं होती।
शास्त्रीय संगीत में पारंगत होने के साथ-साथ रायपुर की बेटी प्राप्ति अपनी व्यवहारिक शिक्षा में भी उतनी ही उत्कृष्ट व मेधावी हैं। इस समय वह बेंगलुरु में एमएससी क्लीनिकल साइको-ऑन्कोलॉजी विषय की द्वितीय वर्ष की छात्रा है। वो चाहती है कि मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य की समाज में भूमिका महत्वपूर्ण है, इसलिए इस दिशा में सक्रिय भागीदारी का सपना रखती है।