भिलाई के कैंप 1 इलाके में एक महिला को उसके ससुराल वालों ने मिट्टी तेल डालकर जिंदा जला दिया। महिला के 15 साल के बेटे ने बयान दिया है कि उसके पापा, दादा, दादी और बुआ ने उसकी मां को जिंदा जलाया है। वहीं, महिला ने बयान दिया कि खाना बनाने के दौरान उसकी साड़ी में आग लग गई और वह जल गई।
यह मामला भिलाई के कैंप 1 के तेतरवा थाना क्षेत्र का है। नीतू, जो कि बिहार के नालंदा जिले के मानपुर गांव की रहने वाली हैं, की शादी 2008 में संतोष साव से हुई थी। दोनों का एक 15 साल का बेटा है। शादी के बाद से ही ससुराल वाले नीतू को परेशान करते आ रहे थे।
3 अप्रैल को अचानक नीतू आग में जल गई और उन्हें गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। बाद में उन्हें मेकाहारा रायपुर रेफर कर दिया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। पुलिस ने नीतू का बयान लिया है, जिसमें उसने बताया कि चाय बनाते समय उसकी साड़ी में आग लग गई और वह जल गई।
लेकिन नीतू के बेटे ने जो बयान दिया, वह चौंकाने वाला था। उसने बताया कि उसके पापा, दादा, दादी और बुआ के साथ उसकी मां का झगड़ा हुआ था। इसके बाद, दादा-दादी और बुआ ने उसकी मां को पकड़ लिया, फिर पापा ने उस पर मिट्टी तेल छिड़का और आग लगा दी। बेटे ने बताया कि वह बहुत डर गया था, लेकिन उसने सच बताया है। उसे धमकाया गया था, लेकिन उसने सब कुछ पुलिस को बता दिया।
पुलिस के अनुसार, नीतू के बयान में आग लगने का कारण साड़ी में आग लगना बताया गया है। हालांकि, पहले पुलिस ने परिजनों के बयान लिए थे, जिसमें बेटा कुछ नहीं बोला था। इस दौरान नीतू ने न तो पुलिस से और न ही अपने नाना-नानी से कोई संपर्क किया था। महिला का पति भी थाने आया था और वह इस समय रायपुर के अस्पताल में अपनी पत्नी के साथ है। उनका कहना है कि मामले की पूरी जांच की जा रही है।
नीतू के पिता अशोक साव ने छावनी थाने में एक आवेदन दिया है। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी 1 अप्रैल को मायके से भिलाई लौट आई थी। 2 अप्रैल को अपने घर पहुंची और उसके बाद उसके पति संतोष साव, सास मुन्नी देवी, ससुर गोविंद साव और ननद सपना देवी ने उससे झगड़ा शुरू कर दिया। उसे पीटा गया और 3 अप्रैल को उसे आग लगा दी गई। वर्तमान में नीतू मेकाहारा रायपुर में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही है।