बौखलाहट में नक्सली, जन-अदालत लगाकर शिक्षक की पीटकर कर दी हत्या…

CG Naxal:जिले के जगरगुंडा थाना क्षेत्रांतर्गत नक्सलियों ने जन-अदालत लगाकर एक शिक्षादूत दूधी अर्जुन निवासी गोंदपल्ली की लाठी से पीटकर और गला घोंटकर हत्या कर दी। दरअसल नक्सलियों को शक था कि अर्जुन पुलिस के लिए मुखबिरी का काम करता था।

नक्सलियों ने पहले भी उसके परिवार को अंजाम भुगतने की चेतावनी दी थी। नक्सलियों की धमकी के कारण मृत युवक के परिजनों ने रविवार को शव का अंतिम संस्कार करने के बाद पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस ने मामला दर्ज किया है। घटना में शामिल आरोपियों की पतासाजी की जा रही हैं।

बौखलाहट में कर रहे हत्या

पुलिस द्वारा नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत अब तक अलग अलग मुठभेड़ में 153 माओवादियों को मौत के घाट उतार चुकी है। नक्सलियों का इलाके में भय समाप्त होने व बौखलाहट में नक्सलियों द्वारा ग्रामीणों को पुलिस मुखबरी के आरोप में निशाना बनाया जा रहा है। यही वजह है कि शिक्षादूत की हत्या कर दी गई हालांकि नक्सली हत्या से पहले कई बार चेतावनी देते है फिर भी नहीं मानने पर हत्याकांड को अंजाम दिया जाता है, लेकिन शिक्षादूत की हत्या से पूर्व किसी तरह की चेतावनी नहीं दी गई थी।

नक्सलियों द्वारा एक माह में जनअदालत लगाकर की छठी हत्या

एक माह के अंतराल में नक्सलियों द्वारा पुलिस इनफॉर्मर बताते जन अदालत लगाकर की गई यह पांचवी हत्या है। इससे पूर्व पुलिस इनफॉर्मर बताते हुए अपने ही महिला साथी निलो उर्फराधा को नक्सलियों ने गद्दार करार देते हुए जनता के सामने जनअदालत लगाकर हत्या कर दी थी। अपने ही साथी कि हत्या नक्सलियों ने तेलंगाना के चारला मंडल क्षेत्र के जंगल में जनअदालत लगाकर करने के बाद शव को चेन्नापुरम गांव के पास फेंक दिया था।

इससे पूर्व नक्सलियों ने मुखबिरी का आरोप लगाकर गंगालूर थाना क्षेत्र के पूसनार गांव के गायतापारा के ग्रामीण लांचा पुनेम को भी पुलिस का ग्रामीण लांचा पुनेम को भी पुलिस का मुखबीर बताते हुए जनअदालत में बेहरमी से हत्या कर दी थी। वहीं 26 अगस्त को भैरमगढ़ के सीतु माडवी (30), निवासी जैगुर पंचायत पर 2021 से पुलिस के लिए मुखबिरी करने का आरोप लगाकर ग्रामीणों की मौजूदगी में उसकी हत्या कर दी गई थी।

इसके अलावा सप्ताह भर पूर्व भैरमगढ़ क्षेत्र के जप्पेमरका इलाके में नक्सलियों ने जनअदालत लगाकर ग्रामीण माड़वी सूजा व पोडियामी कोसा पर पुलिस मुखबीरी का आरोप लगाकर उन्हें फांसी की सजा सुनाकर उनकी हत्या कर दी थी। वहीं नक्सलियों ने अगवा किए गए मिरतुर छात्रावास में पढ़ रहे छात्र पोडियामी हिड़मा को चेतावनी देकर जनअदालत से रिहा कर दिया है। इसके बाद शनिवार को शिक्षादूत की हत्या की गई ।

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