छत्तीसगढ़ में तेज बारिश का दौर जारी: रायपुर समेत 10 जिलों में ऑरेंज अलर्ट, बिजली गिरने की चेतावनी

छत्तीसगढ़ के कई जिलों में देर रात से सुबह तक तेज बारिश हो रही है। राजधानी रायपुर और दुर्ग में बारिश के बाद मौसम ठंडा हो गया है। मौसम विभाग ने अगले तीन घंटे के लिए रायगढ़, जांजगीर-चांपा, बलौदाबाजार, रायपुर, महासमुंद, धमतरी, गरियाबंद, कोंडागांव, बस्तर और दंतेवाड़ा जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
इन जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें, तेज हवाएं और बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
बारिश की रफ्तार हो सकती है धीमी, शाम तक हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना
मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में पिछले एक सप्ताह से जारी तेज बारिश की रफ्तार अब कुछ धीमी हो सकती है। हालांकि शाम के समय कई क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इसको देखते हुए आज भी पूरे प्रदेश में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मानसून ने इस साल अपने निर्धारित समय से 16 दिन पहले ही छत्तीसगढ़ में दस्तक दे दी है। जल्द ही इसके राजधानी रायपुर तक पहुंचने की उम्मीद है।
मई में रिकॉर्ड बारिश, दंतेवाड़ा में 2788% अधिक
जल्द शुरू हुए मानसून और पश्चिमी विक्षोभ जैसे सिस्टम के चलते मई का महीना बारिश से भीग गया। प्रदेश के 24 जिलों में औसत से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है। सबसे ज्यादा बारिश दंतेवाड़ा में दर्ज की गई, जहां सामान्य से 2788% अधिक वर्षा हुई है।
गौरला-पेंड्रा-मरवाही के आंकड़े अब तक नहीं मिले हैं, लेकिन शेष जिलों में भी वर्षा औसत से अधिक रही है।
बस्तर संभाग फिर भीगेगा, बाकी जिलों में छिटपुट बारिश की संभावना
आज बस्तर संभाग के सभी जिलों में कई जगहों पर बारिश हो सकती है। अन्य जिलों में एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। पूरे प्रदेश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
बीते दिनों में बारिश की रफ्तार में उतार-चढ़ाव
पिछले छह दिनों में प्रदेश में बारिश की तीव्रता में लगातार बदलाव देखा गया:
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शनिवार: 12 इलाकों में बारिश
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रविवार: 50+ इलाकों में बारिश
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सोमवार: 17 इलाके
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मंगलवार: 27 इलाके
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बुधवार: 74 इलाके
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गुरुवार: 27 इलाके
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शुक्रवार: 25 इलाकों में कम से कम 10 मिमी बारिश
अधिकतम तापमान – मुंगेली: 38.6°C
न्यूनतम तापमान – पेंड्रा: 23.0°C
गरज-चमक और बिजली गिरने के दौरान बरतें ये सावधानियाँ
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गड़गड़ाहट सुनते ही घर के अंदर या सुरक्षित पक्के आश्रय में जाएं।
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अगर कोई आश्रय नहीं है तो उकड़ूं बैठ जाएं।
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पेड़ों और बिजली के खंभों से दूर रहें।
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इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग न करें।
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खुले मैदान या ऊंचे स्थानों पर खड़े न हों।