रायपुर – नए वक्फ विधेयक 2025 के तहत केंद्र सरकार देशभर में वक्फ संपत्तियों का सर्वे करवा रही है। इसी प्रक्रिया में छत्तीसगढ़ में 500 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की वक्फ संपत्ति की फर्जी रजिस्ट्री का मामला सामने आया है। यह जानकारी छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज ने दी।
डॉ. सलीम राज ने बताया कि फर्जी रजिस्ट्री कराने वालों में लक्ष्मी इलेक्ट्रिकल्स, ए-टू-जेड बेकरी, पगारिया ज्वेलर्स समेत 14 लोगों के नाम सामने आए हैं। इसके अलावा 400 से अधिक लोगों को अवैध कब्जे के मामले में नोटिस जारी किया गया है।
कलेक्टरों को विवादित संपत्ति की रजिस्ट्री शून्य करने के निर्देश
वक्फ बोर्ड ने प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टरों को पत्र भेजकर विवादित संपत्तियों की रजिस्ट्री शून्य करने की प्रक्रिया आरंभ करने को कहा है। वर्तमान में 500 करोड़ रुपये की पंजीकृत संपत्तियों की पहचान कर ली गई है, जबकि गैर-पंजीकृत वक्फ संपत्तियों का चिह्नांकन जारी है। भविष्य में उन्हें भी वक्फ बोर्ड के अधीन लाने की तैयारी है।
कुछ प्रमुख नामों पर आरोप
-
मकसूद खान पर मोवा मस्जिद के पास अवैध कब्जे का आरोप है।
-
एवन बेकरी द्वारा पुरानी मद्रासी बिल्डिंग पर कब्जा किया गया है।
-
फैजल खान ने पठान बाड़ा क्षेत्र में अवैध रूप से वक्फ संपत्ति पर कब्जा किया है।
रायपुर सहित जिलों में वक्फ संपत्तियों की स्थिति
-
रायपुर – 832 संपत्तियाँ
-
बिलासपुर – 1401
-
दुर्ग – 125
-
बस्तर – 55
-
कोरबा – 44
-
राजनांदगांव – 300
-
धमतरी – 312
-
गरियाबंद – 943
-
सरगुजा – 226
-
सूरजपुर – 354
“समाज के नेता ही बन गए हैं समाज के दुश्मन” – सलीम राज
डॉ. सलीम राज ने कहा कि कई ऐसे लोग, जो खुद को समाज का नेता या संरक्षक कहते हैं, वही समाज के हितों के खिलाफ जाकर वक्फ संपत्तियों पर अवैध कब्जा कर रहे हैं। शहर के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में वक्फ की जमीन पर कब्जा किया गया है, और गाइडलाइन के अनुसार किराया भी नहीं दिया जा रहा।