दशहरा पर चमड़े की चीजें, धारदार चीजें, हल्दी, तामसिक भोजन व फटे-पुराने कपड़ों आदि का दान नहीं करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इन चीजों के दान से व्यक्ति का सौभाग्य दुर्भाग्य में बदलने लगता है। इसके साथ ही व्यक्ति को अशुभ परिणामों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि ये सभी चीजें अपवित्र होती हैं और विजयदशमी का पर्व बेहद ही शुभ होता है। इसलिए इस मौके पर दान तो करें, लेकिन इसके साथ ही इस बात का भी खास ख्याल रखें कि क्या हम जो दान कर रहे हैं?
ये किसी के काम आएंगी या नहीं? यही नहीं दान में उन्हीं चीजों को दें, जिसे आप स्वंय भी उपयोग करते हों। इससे सौभाग्य की प्राप्ति होगी और अन्न-धन में वृद्धि होगी।
हिंदू पंचांग के अनुसार, अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी (Vijayadashmi 2024) तिथि 12 अक्टूबर, 2024 को सुबह 10 बजकर 58 मिनट पर शुरू हो चुकी है। वहीं, इसका समापन 13 अक्टूबर को सुबह 09 बजकर 08 मिनट पर होगा। पंचांग को देखते हुए इस साल दशहरे का पर्व (Dussehra 2024) दिन शनिवार, 12 अक्टूबर यानी आज मनाया जा रहा है।
इसके अलावा रावण दहन शाम 05 बजकर 54 मिनट से शाम 07 बजकर 26 मिनट के बीच होगा। ध्यान रहे कि दहन में किसी भी प्रकार की तामसिक (अपवित्र) चीजें न डालें।