पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ ने नए साल के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की, जो उनके लिए एक यादगार पल बन गया। मुलाकात के दौरान दिलजीत ने PM मोदी को सैल्यूट किया, और प्रधानमंत्री ने उन्हें “सत श्री अकाल” कहकर स्वागत किया। जब दिलजीत ने गुरु नानक पर एक भव्य गाना गाया, तब प्रधानमंत्री मोदी ने टेबल पर थाप दी और उनकी पीठ भी थपथपाई।
दिलजीत ने इस मुलाकात को बेहद खास और यादगार बताया। उनकी टीम भी इस मुलाकात में उनके साथ मौजूद थी।
इस मुलाकात में हुई बातचीत में PM मोदी ने कहा, “हिंदुस्तान के एक गांव का लड़का जब दुनिया में नाम रोशन करता है, तो अच्छा लगता है।” वहीं, दिलजीत ने भी भारत की विशालता और योग के जादू पर अपने विचार साझा किए। दिलजीत ने प्रधानमंत्री मोदी से प्रेरित होकर अपने दिल लुमिनाटी टूर के आखिरी शो को लुधियाना में किया था। इस दौरान दिलजीत ने PM मोदी को एक गीत भी सुनाया, जिसका बोल थे – “कैंदे कित्थे है तेरा रब दिसदा ही नहीं, मैं केहा अखां बंद कर महसूस कर |
31 दिसंबर को लुधियाना में हुए लाइव कॉन्सर्ट के बाद पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ कानूनी पचड़े में फंस सकते हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने पाबंदी के बावजूद अपने गानों के जरिए शराब और ड्रग्स को बढ़ावा दिया। इस मामले में चंडीगढ़ के एक असिस्टेंट प्रोफेसर पंडितराव धरेनवर ने कहा है कि यदि कार्रवाई नहीं की जाती, तो वे सिंगर के खिलाफ कोर्ट जाने की योजना बना रहे हैं।
दिलजीत ने लुधियाना में पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में आयोजित कॉन्सर्ट के दौरान गाने गाए, जिनमें “ठेके”, “केस”, और “पटियाला पेग” जैसे गाने शामिल थे। हालांकि, बाल विभाग के उपनिदेशक की तरफ से उन्हें पहले ही नोटिस जारी किया गया था, जिसमें उन्हें ड्रग्स या हिंसा को बढ़ावा देने वाले गाने नहीं गाने के लिए कहा गया था। बावजूद इसके, दिलजीत ने अपने शो में इन गानों को गाना जारी रखा।
दिलजीत ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि अगर भारत सरकार शराब पर प्रतिबंध लगाती है, तो वे शराब से संबंधित गाने बनाना बंद कर देंगे। उन्होंने यह भी कहा था कि अगर सभी राज्य खुद को शराबमुक्त राज्य घोषित कर देंगे, तो वे वादा करते हैं कि वे शराब के बारे में कभी गाने नहीं बनाएंगे।
इससे पहले, दिलजीत के 14 दिसंबर को चंडीगढ़ के सेक्टर-34 में हुए कॉन्सर्ट को लेकर भी विवाद उत्पन्न हो चुका था। रंजीत सिंह नामक एक व्यक्ति ने इस शो को रद्द करने की मांग की थी, और हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। हालांकि, बाद में कॉन्सर्ट की अनुमति मिल गई थी। लेकिन प्रशासन ने कॉन्सर्ट के आयोजकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था, क्योंकि शो के दौरान आवाज का स्तर तय सीमा से अधिक पाया गया था। इस मामले की सुनवाई 9 जनवरी को होगी।