रायपुर/ आज शुक्रवार का दिन छत्तीसगढ़ के इतिहास के लिए काफी खास दिन रहेगा और विशिष्ट रूप से कहा जाए तो कांग्रेस पार्टी के लिए।कांग्रेस की सरकार 15 साल का वनवास झेलने के बाद भारी बहुमत से आई थी तो उस समय कांग्रेस में सीएम पद को लेकर काफी उठापटक हुई थी। इसी बीच कुछ महीने बाद खबर आई कि इन दोनों के बीच ढाई-ढाई साल के फार्मूले के बीच कॉम्प्रोमाइज हुआ है। इस पर आलाकमान ने भी हामी भरी है।
गौरतलब है कि इस हफ्ते की मंगलवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव और पार्टी अध्यक्ष पीएल पुनिया, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बीच एक गुप्त मीटिंग हुई। लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। लेकिन इसी बीच एक बड़ी खबर आई सीएम भूपेश बघेल बुधवार को वापस रायपुर आ गए और शुक्रवार को भूपेश बघेल के समर्थन में 54 विधायक राहुल गांधी के समक्ष पहुंचने वाले हैं। आज सुबह 9:30 बजे सीएम भूपेश बघेल दिल्ली के लिए निकलेंगे दोपहर 4:00 बजे पार्टी सुप्रीमो राहुल गांधी से मीटिंग करेंगे।
कहा जा रहा है कि इस विवाद के समाधान में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की भी बड़ी भूमिका हो सकती है। शीर्ष नेतृत्व उनसे इस संबंध में सलाह-मशवरा कर रहा है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस नेतृत्व की मौजूदा पीढ़ी में अधिकतर लोग दिग्विजय सिंह के करीबी हैं। उनको प्रदेश की राजनीतिक समझ भी अधिक है। उनसे मिलकर समाधान की ओर ले जाने की कोशिश हो रही है।
बहरहाल एक हफ्ते से दिल्ली में बैठे बाबा टीएस सिंहदेव का एक बहुत बड़ा बयान आया जिस ने स्पष्ट कर दिया और पूरे कथन का सार यह था कि छत्तीसगढ़ में सब कुछ ठीक नहीं है उन्होंने कहा कि हर किसी को कैप्टन बनना है। यहां कोई भी आगे तय नहीं है, पार्टी आलाकमान तय करेगा।