रायपुर/ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि अभी राज्य के कई क्षेत्रों में अल्पवृष्टि और अनावृष्टि के चलते सूखे की स्थिति उत्पन्न हो गई है। छत्तीसगढ़ की सरकार विपदा की हर घड़ी में किसानों के साथ खड़ी है। जिन किसान भाइयों ने अभी खरीफ सीजन में धान, कोदो-कुटकी, अरहर की बुवाई की है, यदि वर्षा के अभाव में उनकी फसल खराब हो जाती है। चाहे उत्पादन हो अथवा न हो, उन्हें सरकार प्रति एकड़ 9000 रुपये की सहायता देगी । उन्होंने कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत सूखा प्रभावित किसानों को भी गिरदावरी सर्वे के आधार पर प्रति एकड़ 9000 रुपये के मान से मदद दी जाएगी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पंडवानी कलाकार स्वर्गीय पुनाराम निषाद और नाचा-गम्मत कलाकर स्वर्गीय मदन कुमार निषाद के जीवनी को प्रकाशित किए जाने की घोषणा की और इस संबंध में पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जरूरी है, ताकि आने वाली पीढ़ी को पुरखों के योगदान की जानकारी प्राप्त हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार समाज के सभी वर्गों की भावनाओं, परंपराओं, तीज-त्यौहारों एवं मान्यताओं का सम्मान और छत्तीसगढ़िया स्वाभिमान को आगे बढ़ा रही है।
उन्होंने कहा कि अब भूमिहीन कृषि मजदूर परिवारों को प्रति वर्ष 6000 रुपये की मदद देने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना शुरू की गई है।इस योजना का लाभ लेने के लिए पात्र लोगों को 1 सितंबर से पंजीयन कराने का भी आह्वान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने बिलासपुर एयरपोर्ट का नामकरण मछुआ समाज की आराध्य बिलासा देवी के नाम पर किया गया है।मत्स्य पालन को कृषि का दर्जा दिया गया है ।उन्होंने कहा कि इससे मत्स्य कृषकों और मछुआरों को किसानों के समान शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण की सुविधा मिलने लगी है। किसानों के समान रियायती दर पर मत्स्य कृषकों को बिजली एवं मछली पालन के लिए तालाबों एवं जलाशयों को निशुल्क पानी मिलेगा।
संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद, छत्तीसगढ़ मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष एमआर निषाद ने मछली पालन को कृषि का दर्जा देने तथा बिलासपुर एयरपोर्ट का नाम बिलासा देवी के नाम पर किए जाने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का समाज की ओर से आभार जताया।