राजस्थान के उदयपुर में आयोजित राज्य जल मंत्रियों के सम्मेलन में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने छत्तीसगढ़ के जल संचयन प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ जल संरचनाओं के निर्माण में पूरे देश में अग्रणी है और राज्य का जल संरक्षण मॉडल अन्य राज्यों के लिए आदर्श है।
पाटिल ने यह भी उल्लेख किया कि छत्तीसगढ़ में अब तक 2,29,000 से अधिक जल संग्रहण संरचनाएं बनाई जा चुकी हैं, जो जल संसाधनों के संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जताया गर्व
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा जल संरक्षण के लिए किए जा रहे कार्यों की राष्ट्रीय सराहना हमारे लिए गर्व की बात है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार का जल संरक्षण और सतत विकास पर केंद्रित दृष्टिकोण लगातार कार्यों को प्रोत्साहित कर रहा है, जिससे भविष्य में जल सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।
मंत्री केदार कश्यप ने जल संग्रहण संरचनाओं पर दी जानकारी
इस सम्मेलन में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व राज्य के उपमुख्यमंत्री अरुण साव और जल संसाधन मंत्री केदार कश्यप ने किया। मंत्री केदार कश्यप ने अपने संबोधन में छत्तीसगढ़ की सिंचाई क्षमता और जल संग्रहण संरचनाओं के निर्माण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने स्थायी जल संचयन संरचनाओं और लघु सिंचाई परियोजनाओं को प्राथमिकता दी है, जिसके परिणामस्वरूप जल स्तर में सुधार हुआ है और किसानों को सिंचाई के लिए जल उपलब्ध हो रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने छत्तीसगढ़ के जल प्रबंधन मॉडल की दी सराहना
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री पाटिल ने छत्तीसगढ़ की जल प्रबंधन नीति और सामुदायिक सहभागिता मॉडल की सराहना करते हुए कहा कि यह राज्य देश के अन्य हिस्सों के लिए आदर्श बन चुका है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की जल संरचनाएं सिर्फ पानी के संरक्षण तक सीमित नहीं हैं, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था, कृषि उत्पादन और जल सुरक्षा को भी सुदृढ़ कर रही हैं।
उन्होंने अन्य राज्यों से छत्तीसगढ़ के जल प्रबंधन मॉडल से प्रेरणा लेने की अपील की और जल संरक्षण को अपनी प्राथमिकताओं में शामिल करने का आग्रह किया।