बालोद : जिले के डौंडी थाना अंतर्गत ग्राम घोठिया में प्रधानपाठक देवेंद्र ठाकुर की आत्महत्या मामले में पुलिस ने पूर्व वन मंत्री मो. अकबर, उनके भांजे मदार उर्फ सलीम खान, हिरेंद्र नेताम, प्रदीप कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। यह अपराध प्रधानपाठक के सुसाइड नोट और प्रार्थियों की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया है।
हैंडराइटिंग का हो गया मिलान
एसपी एसआर भगत के अनुसार सुसाइड नोट की जांच और हैंडराइटिंग का मिलान किया गया। स्पष्ट हुआ कि सुसाइड नोट प्रधानपाठक ने ही लिखा था।
पूर्व वन मंत्री से भी की जाएगी पूछताछ
उन्होंने बताया कि पुलिस अब धोखाधड़ी करने वालों से पूछताछ कर रही है। मामले में पूर्व वनमंत्री अकबर से भी पूछताछ की जाएगी। प्रार्थियों के अनुसार लगभग 70 लोगों से 3 करोड़ 70 लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई है।
3 सितंबर को फांसी लगाकर की थी आत्महत्या
उन्होंने बताया कि प्रधानपाठक ने 3 सितंबर को अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या की थी। सुसाइड नोट में पूर्व वन मंत्री मो. अकबर समेत चार लोगों को इसके लिए जिम्मेदार बताया था। वन रक्षक, चपरासी सहित अन्य पदों पर नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी की गई थी।
एफआईआर मेरे खिलाफ साजिश
पूर्वमंत्री मोहम्मद अकबर ने खुद के खिलाफ दर्ज एफआईआर को एक साजिश बताया है। उन्होंने कहा, नौकरी लगाने के नाम पर पैसा लेने के आरोपी शिक्षक की आत्महत्या मामले में मृतक को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में उन (अकबर) पर एफआईआर दर्ज करना साजिश है।
इस मामले में पुलिस अब धोखाधड़ी करने वालों से पूछताछ कर रही है। मामले में पूर्व वनमंत्री अकबर से भी पूछताछ की जाएगी। प्रार्थियों के अनुसार लगभग 70 लोगों से 3 करोड़ 70 लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई है।