देशभर में अमूल दूध की कीमतें एक रुपए घटा दी गई हैं। गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) के मैनेजिंग डायरेक्टर जयेन मेहता ने जानकारी दी कि अमूल गोल्ड, अमूल शक्ति और अमूल फ्रेश की कीमतों में कमी की गई है, जो 24 जनवरी से लागू हो गई हैं।
इससे पहले, 4 जून 2024 को लोकसभा चुनाव के नतीजों के तुरंत बाद, अमूल दूध की कीमतों में बढ़ोतरी की गई थी, जिसमें अमूल गोल्ड में 2 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई थी। GCMMF ने उस समय बढ़ी हुई कीमतों का कारण प्रोडक्शन कॉस्ट में वृद्धि बताया था। हालांकि, यह बढ़ोतरी ओवरऑल MRP में 3-4% थी, जो खाद्य महंगाई दरों से कम थी।
अमूल का ऑपरेटिंग मॉडल तीन मुख्य स्तरों पर काम करता है: डेयरी को-ऑपरेटिव सोसाइटी, डिस्ट्रिक्ट मिल्क यूनियन और स्टेट मिल्क फेडरेशन। इस मॉडल में किसानों को लाभ पहुंचाने पर जोर दिया जाता है और इसमें करीब 15 लाख लोगों को रोजगार मिलता है।
अमूल के पिरामिड मॉडल में सबसे नीचे मिल्क प्रड्यूसर्स होते हैं, जिनमें से लगभग 86 पैसे हर एक रुपए में से को-ऑपरेटिव के सदस्य किसानों को मिलते हैं। इसके अलावा, किसानों को मवेशियों की देखभाल के लिए ट्रेनिंग और स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रदान की जाती हैं।