अमित शाह का बस्तर दौरा : नक्सलवाद पर करारा वार, बस्तर पंडुम समापन समारोह में शामिल होंगे

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार की शाम 7:30 बजे रायपुर पहुंचेंगे। वह नवा रायपुर के एक रिसॉर्ट में रात बिताएंगे। शनिवार सुबह उनका बस्तर दौरा प्रस्तावित है, जहां वे दंतेश्वरी माता के दर्शन करेंगे और बस्तर पंडुम समापन समारोह में शामिल होंगे। इसके बाद रायपुर लौटकर एंटी नक्सल ऑपरेशन पर एक उच्च स्तरीय बैठक लेंगे।
नक्सलवाद के खात्मे की ओर केंद्र सरकार
अमित शाह का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब प्रदेश में लगातार नक्सल विरोधी अभियान चल रहा है। पिछले साल रायपुर में हुई बैठक में शाह ने 31 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद समाप्त करने का लक्ष्य रखा था। अब इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए केवल एक वर्ष शेष है, जिससे यह दौरा और भी महत्वपूर्ण हो जाता है।
बस्तर पंडुम में शामिल होंगे अमित शाह
दंतेवाड़ा में 3 अप्रैल से आयोजित बस्तर पंडुम का समापन अमित शाह करेंगे। इस आयोजन में बस्तर की समृद्ध संस्कृति, वाद्ययंत्र, खान-पान, नृत्य और संगीत को प्रदर्शित किया गया है। गृह मंत्री बस्तर के पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद भी चखेंगे। साथ ही पंचायत चुनाव में चुने गए जनप्रतिनिधियों के साथ लंच करेंगे। इसके बाद वे नक्सल ऑपरेशन में शामिल जवानों और कमांडरों से भी मुलाकात करेंगे।
रायपुर में उच्चस्तरीय बैठक
शनिवार शाम तक शाह बस्तर से रायपुर लौटेंगे और नवा रायपुर स्थित रिसॉर्ट में एक महत्वपूर्ण बैठक करेंगे। इस बैठक में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, प्रदेश के गृह मंत्री विजय शर्मा, पुलिस, CRPF और BSF के शीर्ष अधिकारी शामिल होंगे। इस दौरान प्रदेश में चल रहे नक्सल विरोधी अभियानों की समीक्षा की जाएगी और नई नक्सल नीति पर चर्चा होगी।
भाजपा सरकार के कार्यकाल में नक्सलवाद पर प्रभावी प्रहार
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बताया कि प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद 2200 से अधिक नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है या गिरफ्तार किए गए हैं, जबकि 350 से अधिक नक्सली मारे जा चुके हैं। सरकार का लक्ष्य मार्च 2026 तक वामपंथी उग्रवाद का पूर्णतः खात्मा करना है।
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास और शांति की पहल
बस्तर संभाग के सुदूर क्षेत्रों में सरकार लगातार नए सुरक्षा कैंप स्थापित कर रही है। नियद नेल्ला नार योजना के तहत सड़क निर्माण, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है, जिससे स्थानीय लोगों का सरकार के प्रति विश्वास बढ़ा है। मुख्यमंत्री ने नक्सलियों से हिंसा का मार्ग छोड़कर शांति की राह अपनाने की अपील की है और पुनर्वास के लिए सरकार की तत्परता दोहराई है