रायपुर। नगर निगम का बजट बहुमत से पारित हुआ। बीजेपी के 60 पार्षदों के भारी भरकम कुनबे के बीच महज कांग्रेस के 7 और कुल जमा 3 निर्दलीय पार्षदों की इस सदन में महापौर मीनल चौबे के परफॉर्मेंस ने सभी का दिल जीता। मीनल पिछले 15 बरस से धारदार विपक्ष के पैनेपन के लिए सबसे जुझारू योद्धा के रूप में जानी जाती रही हैं। उस दौर में सड़क से सदन तक उनकी आवाज और उनके जुझारूपन की धमक थी, यह वही दौर था जब सत्ता पक्ष भी उनकी बातों को तरजीह देने मजबूर दिखता था और तब उनकी शानदार परफॉर्मेंस ने सत्ता पर जो पलटवार किया कि बड़े सूरमा इस चुनाव में धराशाही होकर परदृश्य से ही गायब हो गए।
अपनी सधी बॉलिंग से कांग्रेसी पारी को धराशाई करने वाली मीनल इस बार जब बतौर महापौर और बीजेपी की कैप्टन बनकर नगर निगम में उतरी तो उनके जलजले से फिर विपक्ष चारों खाने चित्त दिखा। आलम ये रहा कि भरी सभा में नेता प्रतिपक्ष ने यह कहकर पूरे सदन की मेजें थपथपवा डाली कि उनके नाकाम मेयर के कारण ही जनता ने मीनल और बीजेपी को मौका दिया। मीनल दमदारी से बात रखने के लिए और ईमानदारी से काम करने के लिए जानी जाती हैं और उनकी यही सोच उनके पूरे बजट में भी दिखी।