अडाणी ग्रुप ने अमेरिका में रिश्वत के आरोपों को खारिज किया है, और स्पष्ट किया कि चेयरमैन गौतम अडाणी, उनके भतीजे सागर अडाणी और सीनियर एग्जीक्यूटिव विनीत जैन पर इस संबंध में कोई आरोप नहीं हैं।
कंपनी के अनुसार, मीडिया में चल रही खबरें गलत हैं, जो इन अधिकारियों पर अमेरिकी कानून के तहत रिश्वत और भ्रष्टाचार के आरोप लगा रही हैं। अडाणी ग्रुप ने बताया कि अमेरिकी विभाग के पास सिक्योरिटीज और वायर फ्रॉड से संबंधित मामले हैं, लेकिन इनमें से कोई भी मामला गौतम अडाणी, सागर अडाणी या विनीत जैन के खिलाफ नहीं है।
अमेरिकी डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस के तहत दर्ज पांच मामलों में केवल एज्योर पावर के कुछ अधिकारियों के नाम हैं, जिनमें रंजीत गुप्ता, सिरिल कैबेन्स, सौरभ अग्रवाल, दीपक मल्होत्रा और रूपेश अग्रवाल शामिल हैं। बयान में यह भी कहा गया कि अडाणी ग्रुप के किसी अधिकारी का नाम FCPA उल्लंघन और न्याय में बाधा डालने के आरोपों में नहीं लिया गया है।
ग्रुप के अधिकारियों पर केवल सिक्योरिटी फ्रॉड और वायर फ्रॉड कॉन्स्पिरेसी के आरोप लगाए गए हैं।