सुकमा में शबरी नदी से 12 घंटे बाद व्यक्ति रेस्क्यू, बस्तर में बारिश से तबाही

सुकमा। शबरी नदी में बाढ़ के बीच फंसे एक व्यक्ति को जिला प्रशासन, पुलिस, सीआरपीएफ और भारतीय वायुसेना के संयुक्त अभियान में 12 घंटे बाद सुरक्षित निकाल लिया गया। नाड़ीगुफा-तेलावर्ती के पास तेज धारा और बड़े पत्थरों के बीच वह फंसा हुआ था।

प्रशासन ने पहले मोटरबोट से बचाव की कोशिश की, लेकिन तेज बहाव के चलते सफलता नहीं मिली। हालात बिगड़ते देख वायुसेना की मदद ली गई। ड्रोन से लोकेशन ट्रेस कर सोमवार को लंबे रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद व्यक्ति को सुरक्षित बाहर निकाला गया।

मौसम का अलर्ट

मौसम विभाग ने कांकेर में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट और दुर्ग, राजनांदगांव, बालोद व नारायणपुर में यलो अलर्ट जारी किया है। बाकी जिलों में गरज-चमक, बिजली गिरने और तेज आंधी की आशंका जताई गई है। बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्से में लो-प्रेशर बनने से अगले दो दिनों तक प्रदेश में जोरदार बारिश हो सकती है।

बस्तर में भारी नुकसान

पिछले दिनों हुई मूसलाधार बारिश और बाढ़ ने बस्तर संभाग को बुरी तरह प्रभावित किया है। दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा और बस्तर जिले में 200 से ज्यादा घर ढह गए, जबकि अब तक 5 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। करीब 2196 लोग राहत शिविरों में शिफ्ट किए गए हैं, जिन्हें स्कूलों, आश्रमों और इंडोर स्टेडियम में ठहराया गया है।

टूटा पुल, सीढ़ी से आना-जाना

बारसूर में स्टेट हाईवे-5 पर स्थित पुल बाढ़ में टूट गया है। अब ग्रामीण टूटी संरचना पर सीढ़ी लगाकर आवाजाही कर रहे हैं। यह पुल नारायणपुर, बस्तर और बीजापुर के करीब 55 से 60 गांवों को बारसूर के साप्ताहिक बाजार से जोड़ता है। पुल टूटने से हजारों ग्रामीणों की रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित हो रही है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा, पीड़ितों से मिले

 प्रदेश में लगातार हो रही बारिश और बाढ़ से प्रभावित इलाकों का जायजा लेने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सोमवार को बस्तर संभाग पहुँचे। उन्होंने दंतेवाड़ा और बस्तर जिलों के बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया।

मुख्यमंत्री ने राहत शिविरों में ठहरे लोगों से मुलाकात की और उनकी समस्याएँ सुनीं। उन्होंने जिला प्रशासन और राहत दलों से अब तक चलाए गए बचाव व राहत कार्यों की जानकारी ली। सीएम साय ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित परिवारों को खाद्य सामग्री, दवाइयाँ और आवश्यक सुविधाएँ तुरंत उपलब्ध कराई जाएँ और पुनर्वास कार्यों में किसी तरह की लापरवाही न हो।

उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार हर प्रभावित परिवार के साथ खड़ी है और उन्हें नुकसान की भरपाई व पुनर्वास में पूरा सहयोग मिलेगा।

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