रायपुर रेलवे स्टेशन पर बम अलर्ट की अफवाह, निकला सुरक्षा मॉकड्रिल
शुक्रवार देर रात रायपुर रेलवे स्टेशन पर अचानक बम की सूचना फैलने से यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। सुरक्षा कर्मियों ने तत्काल यात्रियों को प्लेटफॉर्म से हटाकर किनारे किया और चारों ओर जांच शुरू कर दी। करीब आधे घंटे तक स्टेशन पर सन्नाटा और असमंजस का माहौल रहा।
कुछ समय बाद जब यात्रियों को बताया गया कि यह एक सुरक्षा मॉकड्रिल है, तो उन्होंने राहत की सांस ली।
क्यों किया गया अभ्यास?
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, रायपुर मंडल ने त्योहारी सीजन में बढ़ती भीड़ को देखते हुए यह ड्रिल आयोजित की। शाम 7:30 बजे से रात 9:45 बजे तक स्टेशन परिसर में सुरक्षा और आपात स्थिति से निपटने की तैयारियों को परखा गया।
मॉकड्रिल के दौरान गतिविधियां
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प्रवेश और निकास द्वार, बुकिंग काउंटर, फुट ओवर ब्रिज और प्लेटफॉर्म पर भीड़ नियंत्रण का अभ्यास किया गया।
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लाउडस्पीकर और पीए सिस्टम से यात्रियों को लगातार दिशा-निर्देश दिए जाते रहे।
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सुरक्षाकर्मी ट्रेनों और प्लेटफॉर्म पर सघन चेकिंग करते दिखे।
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यात्रियों को सुरक्षित तरीके से ट्रेनों में बैठाया गया।
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प्लेटफॉर्म नंबर 5 और 6 पर गाड़ी संख्या 18029 और 15160 का आगमन और प्रस्थान सुरक्षित रूप से कराया गया।
अधिकारियों की मौजूदगी
इस अभ्यास का नेतृत्व वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त रमन कुमार और वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अवधेश कुमार त्रिवेदी ने किया।
इस दौरान मंडल वाणिज्य प्रबंधक राकेश कुमार, सहायक वाणिज्य प्रबंधक आनंद, सहायक सुरक्षा आयुक्त संदीप दा खीरटकर, पोस्ट प्रभारी निरीक्षक कर्मपाल सिंह गुर्जर, सीआईबी निरीक्षक निशा भोईर, जीआरपी थाना प्रभारी भोलानाथ मिश्रा, मुख्य स्टेशन प्रबंधक रमेश मंडल और टी. नाग (सीसीआई) सहित कुल 77 अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, इस तरह की मॉकड्रिल से सुरक्षा व्यवस्था की खामियों की पहचान होती है और उन्हें सुधारने में मदद मिलती है। त्योहारी सीजन के दौरान यह अभ्यास यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में अहम साबित होगा।
