मधुमक्खियों के हमले में CRPF स्निफर डॉग ‘रोले’ की शहादत, गॉड ऑफ ऑनर के साथ दी गई अंतिम विदाई
छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर स्थित कर्रेगुट्टा हिल्स में नक्सलियों के खिलाफ चल रहे ऑपरेशन के दौरान CRPF के प्रशिक्षित स्निफर डॉग K-9 रोले की मौत हो गई। वह एक IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) की तलाश कर रहा था, जब मधुमक्खियों के झुंड ने उस पर और उसके हैंडलर पर हमला कर दिया।
हैंडलर ने बचाने की कोशिश की, लेकिन नहीं बच सका रोले
मधुमक्खियों के अचानक हमले के बाद रोले का हैंडलर तुरंत उसे पॉलीथिन से ढंकने की कोशिश की, लेकिन तब तक रोले गंभीर रूप से जख्मी हो चुका था। CRPF के डॉक्टर्स ने मौके पर उसका प्राथमिक इलाज किया और कैंप तक लाने की कोशिश की, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। कैंप पहुंचने पर वेटनरी डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया।
2 साल का था रोले, बेल्जियन शेफर्ड नस्ल का ट्रेंड डॉग
करीब 2 साल का बेल्जियन शेफर्ड नस्ल का रोले पूरी तरह प्रशिक्षित था और नक्सल ऑपरेशनों में CRPF की अग्रिम पंक्ति में शामिल रहता था। वह अब तक सैकड़ों IEDs को खोजने में मदद कर चुका था। कर्रेगुट्टा ऑपरेशन में भी वह लगातार जवानों के साथ चल रहा था।
CRPF ने गॉड ऑफ ऑनर के साथ दी अंतिम विदाई
रोले की शहादत के बाद CRPF की 228 बटालियन द्वारा पूरे सम्मान के साथ उसे गॉड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद कैंप में ही उसका अंतिम संस्कार किया गया।
रोले की यह बलिदान सुरक्षाबलों के साथ सेवा और वफादारी की मिसाल बन गई है।
