रायपुर मेयर मीनल चौबे ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए MIC की घोषणा की

रायपुर, [18 मार्च 2025] – रायपुर नगर निगम में सोमवार को मेयर मीनल चौबे ने महापौर इन काउंसिल (MIC) के 14 सदस्यों की घोषणा की। इस मौके पर उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि उनकी टीम में कोई “कवासी लखमा” जैसा सदस्य नहीं है। मीनल ने कांग्रेस की कार्यशैली पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा में राजनीति अनुभव पर आधारित होती है, और उनकी टीम के सभी MIC सदस्य बेहतरीन काम करेंगे और जनता को अच्छा परिणाम देंगे।
सीनियर पार्षदों को विभागों की नहीं मिली संतुष्टि
MIC की घोषणा के बाद कुछ सीनियर पार्षदों में नाराजगी देखने को मिली। पार्षदों ने कहा कि अनुभवी पार्षदों को नगर निगम के मुख्य विभागों में से एक विभाग मिलना चाहिए था, लेकिन इस बार नए पार्षदों को बड़े विभाग दिए गए हैं। एक सीनियर पार्षद ने कहा कि इस पर वे संगठन के सामने अपनी बात रखेंगे।
पहली बार पांच महिला पार्षदों को मिली MIC में जगह
रायपुर नगर निगम की MIC में इस बार पांच महिला पार्षदों को मौका दिया गया है। इनमें पेशे से गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. अनामिका सिंह, संजना हियाल, भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष संतोष पांडे की पत्नी सुमन पांडे, दो बार की पार्षद सरिता आकाश दुबे और पूर्व जोन अध्यक्ष गायत्री चंद्राकर शामिल हैं। इस तरह, MIC में महिलाओं को करीब 36% प्रतिनिधित्व मिला है।
रायपुर पश्चिम के विधायक राजेश मूणत ने जीती MIC में सबसे ज्यादा सदस्य देने की चुनौती
रायपुर पश्चिम विधानसभा से इस बार सबसे ज्यादा, यानी पांच पार्षदों को महापौर परिषद (MIC) में जगह मिली है। रायपुर दक्षिण और उत्तर विधानसभा क्षेत्रों से तीन-तीन पार्षदों को MIC में जगह मिली है। रायपुर पश्चिम के विधायक राजेश मूणत ने अपने क्षेत्र से सबसे ज्यादा सदस्य भेजने में सफलता हासिल की है।
महापौर मीनल चौबे ने इसे बैलेंस करने की वजह बताते हुए कहा कि क्योंकि वे रायपुर दक्षिण से आती हैं और सभापति सूर्यकांत राठौर उत्तर विधानसभा से हैं, इसलिए रायपुर पश्चिम को भी अधिक प्रतिनिधित्व दिया गया है।
जल्द होगी जोन अध्यक्षों की नियुक्ति
मीनल चौबे ने कहा कि जिन पार्षदों को MIC में जगह नहीं मिल पाई है, उन्हें जल्द ही जोन अध्यक्ष बना दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि रायपुर के सभी विधायकों और सांसद बृजमोहन अग्रवाल के साथ चर्चा के बाद ही MIC के सदस्य चुने गए हैं। मीनल ने उम्मीद जताई कि अगले दो दिनों में जोन अध्यक्षों की नियुक्ति हो जाएगी।
MIC की घोषणा में देरी का कारण बताया
MIC की घोषणा में हुई देरी को लेकर मीनल चौबे ने स्पष्ट किया कि 13 मार्च को सभी नाम सचिवालय में जमा कर दिए गए थे। लेकिन कार्यालय का समय समाप्त हो जाने और 14 से 17 मार्च तक छुट्टियां होने के कारण घोषणा में देरी हुई। सोमवार को पहले कार्यालय दिवस पर उन्हें आदेश मिला और तब जाकर MIC की घोषणा की गई।