25 वर्षीय निहाली का अंगदान: दो जिंदगियों को मिली नई रोशनी
डोंगरगढ़ की 25 वर्षीय छात्रा निहाली टेम्भुरकर ने अपनी अंतिम इच्छा के तहत अंगदान कर दो लोगों को नई जिंदगी दी। निहाली की मौत के बाद, उसके परिवार ने उसकी इच्छाओं को पूरा करते हुए उसके अंगों का दान किया, जिससे दो लोगों को डायलिसिस जैसे कष्टदायक इलाज से राहत मिली।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में अंगदान के प्रति जागरूकता तेजी से बढ़ रही है। राज्य सरकार की कोशिशों से एक साल में 146 मरीजों को नया जीवन मिला है। डॉ. प्रियंका शुक्ला, स्वास्थ्य सेवाएं आयुक्त ने बताया कि राज्य में 6 सरकारी और 20 निजी अस्पतालों को अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण के लिए पंजीकृत किया गया है।
निहाली के परिवार के लिए यह अंगदान गर्व का विषय बन गया है, और वे अब लोगों को अंगदान के लिए प्रेरित करने में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। इसके साथ ही, राज्य में अब तक लगभग 1140 लोगों ने अंगदान की शपथ ली है।
