छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में मंगलवार को एक बड़ी दुर्घटना हुई, जब कोयला लेकर जा रही मालगाड़ी डिरेल हो गई। इस हादसे में इंजन और 23 डिब्बे पटरी से उतरकर पलट गए। मालगाड़ी बिलासपुर की ओर जा रही थी, और यह हादसा भनवारटंक रेलवे स्टेशन के पास हुआ।
हादसे के बाद रेलवे के कर्मचारी और अधिकारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे, और राहत कार्य जारी है। मालगाड़ी के डिब्बों के पलटने से ट्रैक पर कोयले का ढेर लग गया, जिसके कारण 6 ट्रेनों को रद्द किया गया और 9 ट्रेनों के रूट डायवर्ट कर दिए गए। इस दुर्घटना के कारण अप और डाउन दोनों लाइनों में गंभीर क्षति हुई है, और ट्रैक पर यातायात बहाल होने में दो दिन से ज्यादा समय लग सकता है। ओएचई तार और सिग्नल के खंभे भी इस हादसे में क्षतिग्रस्त हो गए, जिससे रेलवे को करोड़ों रुपए के नुकसान का अनुमान है।
स्थानीय निवासियों के अनुसार, उन्होंने हादसे की आवाज सुनकर घटनास्थल पर पहुंचकर देखा कि मालगाड़ी के डिब्बे पलटे हुए थे, लेकिन वे यह नहीं जान सके कि हादसा कैसे हुआ। इस घटना के कारण बिलासपुर-पेंड्रारोड-कटनी रेलवे मार्ग पर सभी ट्रेनों का संचालन प्रभावित हो गया है। पेंड्रारोड रेलवे स्टेशन पर शहडोल-बिलासपुर मेमू ट्रेन खड़ी है। जैसे ही सूचना मिली, रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंचे और ट्रैक को जल्द से जल्द साफ करने के लिए प्रयास कर रहे हैं।