मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के अमृत धारा जलप्रपात में मंगलवार को डूबने से SECL (साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड) के दो अधिकारियों की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, पिकनिक मनाने के लिए 8 लोग जलप्रपात के पास पहुंचे थे, जिनमें SECL हसदेव क्षेत्र के अंडरग्राउंड माइंस के दो अधिकारी भी शामिल थे। ये सभी नहाते हुए गहरे पानी में चले गए थे, जिसमें से एक कर्मचारी किसी तरह बाहर निकलने में सफल हुआ, जबकि बाकी दो की डूबने से मौत हो गई।
यह घटना पोड़ी थाना क्षेत्र के नागपुर चौकी इलाके में हुई। मृतकों की पहचान शुभम मनहर (32) निवासी शहडोल और पृथ्वी शेट्टी (36) निवासी तेलंगाना के रूप में हुई है। दोनों SECL के अंडर मैनेजर पद पर कार्यरत थे। पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए मनेंद्रगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया है।


कैसे हुआ हादसा?
मंगलवार को SECL चिरमिरी में पदस्थ अधिकारी समेत 8 लोग अमृतधारा जलप्रपात पहुंचे थे। शाम करीब 4 बजे वे हसदेव नदी के नीचे जलप्रपात के पास नहा रहे थे। इसी दौरान तीन कर्मचारी गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे। एक कर्मचारी किसी तरह बाहर निकलने में सफल रहा, लेकिन शुभम मनहर और पृथ्वी शेट्टी को दो घंटे की मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
प्रशासन की ओर से सुरक्षा की कमी
अमृतधारा जलप्रपात में नहाना प्रतिबंधित है। प्रशासन ने हादसों के कारण कुछ इलाकों को प्रतिबंधित घोषित किया है और यहां सावधानी के बोर्ड भी लगाए गए हैं, लेकिन नियमित निगरानी नहीं की जाती है। इसके कारण यहां आने वाले लोग मनमाने तरीके से पानी में उतरकर नहाते हैं, जिससे दुर्घटनाएं होती हैं।