चिप बनाने वाली एक कंपनी ने दुनिया की दिग्गज कंपनी एप्पल को पीछे छोड़ दिया है। अमेरिका की यह कंपनी अब दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी मूल्यवान कंपनी बन गई है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इसका मार्केट कैपेटलाइजेशन 3 ट्रिलियन डॉलर (करीब 250 लाख करोड़) से ज्यादा हो गया है। इस कंपनी से आगे दुनिया की सबसे मूल्यवान पब्लिक कंपनी में पहला स्थान माइक्रोसॉफ्ट का है। चिप बनाने वाली इस कंपनी की वैल्यू भारत की दिग्गज कंपनी रिलायंस से करीब 13 गुना ज्यादा हो गई है। रिलायंस का मार्केट कैप अभी करीब 19.24 लाख करोड़ रुपये है।
कंपनी के शेयरों में हुई बढ़ोतरी
कंपनी कुछ समय पहले एप्पल कंपनी से कुछ ही कदम पीछे थी। बुधवार को इसके शेयरों में जबरदस्त तेजी आई और इसने एप्पल को पीछे छोड़ दिया। इसके बाद ही यह दुनिया की सबसे कीमती सेमीकंडक्टर कंपनी बन गई। 5 जून को इस कंपनी के शेयर में 5.2 फीसदी की बढ़ोतरी हुई जिससे कंपनी का शेयर करीब 1,224.40 डॉलर (करीब 1.02 लाख रुपये) पर पहुंच गया। यही नहीं, ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार यह दुनिया की ऐसी पहली कंप्यूटर चिप बनाने वाली कंपनी बन गई जिसका मार्केट कैप 3 ट्रिलियन डॉलर पहुंच गया। इस कंपनी के शेयरों में इस साल करीब 147 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।