जानिए कौन हैं मशहूर “पॉन्डमैन ऑफ इंडिया” राजधानी वासियों को देगे जल संरक्षण के टिप्स

रायपुर। जल संरक्षण व संवर्धन के सम्यक प्रयासों को नया आयाम देने जिला प्रशासन रायपुर के मार्गदर्शन में “मेरी जिंदगी पानी की बूंदों से“ कार्यशाला का आयोजन 14 जून मध्यान्ह 12 बजे से शहीद स्मारक भवन में किया जा रहा है। इस कार्यशाला में देश के ख्यातिलब्ध पर्यावरणविद् और पॉन्डमैन के नाम से मशहूर श्री रामवीर तंवर विशेष रूप से सम्मिलित होने दिल्ली से आ रहे है। इस कार्यशाला में भू-जल व वर्षा जल संरक्षण की दिशा में लम्बे समय से अपनी सेवाएं दे रहे जल विशेषज्ञ श्री कुंडलेश्वर पाणिग्रही सहित शहर के भू-जल विशेषज्ञ, पर्यावरणविद् व जल संरक्षण में जुटे विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी व सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहेंगे।
रामवीर तंवर (पॉन्डमैन ऑफ इंडिया)
रामवीर तंवर देश में जल संरक्षण, तालाबों के सौंदर्यीकरण, मृत जल निकायों को पुनर्जीवित करने और शहरी वन (Urban Forest) बनाने के दिशा में जाने जाते है। उनके इसी काम के कारण पॉन्डमैन ऑफ इंडिया के नाम से भी उन्हें जाना जाता है। Say Earth और जल चौपाल अभियान के संस्थापक है, जो जल निकायों के पुर्नउद्धार और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए काम करती है। उत्तर प्रदेश सरकार की भू-जल सेना के गाज़ियाबाद जिला समन्वयक है और गाज़ियाबाद नगर निगम के स्वच्छ भारत अभियान के लिए ब्रांड एम्बेसडर है।
उत्तर प्रदेश निवासी रामवीर तंवर 2014 में मैकेनिकल इंजीनियर बनें और 02 वर्ष एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में बतौर इंजीनियर कार्यरत थे। इसी दौरान उन्होंने नौकरी छोड़कर पूर्णकालिक पर्यावरण और जल संरक्षण के लिए समर्पित हो गए। 2015 में तंवर ने अपने कुछ साथियों और स्थानीय समुदाय के सहयोग से जल संरक्षण व जल निकायों को पुनर्जीवित करने के लिए जल चौपाल अर्थात जल के लिए बैठक का अभियान शुरू किया। जल चौपाल भू-जल, जल निकासी, जल प्रदूषण, वर्षा जल संचयन, जल बजटिंग आदि जैसे आवश्यक विषयों पर चर्चा का आधार बनता है, साथ ही तालाब जीर्णोंद्धार कार्यों में आम लोगों को जोड़ने का सबसे महत्वपूर्ण सहायक कड़ी बना है। इसकी शुरूआत भी उन्होंने अपनी जन्म स्थली उत्तर प्रदेश के डाढ़ा गांव से की, बाद में डबरा, कुलीपुरा, चौगानपुर, सिरसा, रामपुर, सलेमपुर सहित उत्तर प्रदेश के अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर जल संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक किया।
तंवर इस समय उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, मध्यप्रदेश, दिल्ली, गुजरात और कर्नाटक में लगभक 80 तालाबों की सफाई और जीर्णोंद्धार का कार्य सफलता पूर्वक कर चुके हैं। 2018 में युवाओं को अपने साथ जोड़ने सेल्फी विथ पॉन्ड की एक पहल की शुरूआत की, परिणाम यह हुआ कि अपने तालाबों से सभी का जुड़ाव हुआ और इन तालाबों की सफाई के लिए सभी को प्रेरणा मिली। संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और इंडोनेशिया के नागरिकों से भी सहयोग प्राप्त हुआ। रामवीर इस समय जापान की मियावॉकी विधि से कई शहरी वनों का निर्माण कर रहे है, बंजर भूमि को उपजाऊ भूमि में बदलते है, फिर वृक्षारोपण करते है, जिससे शहरी भूमि के संरक्षण, मिट्टी के गुणवत्ता की सुरक्षा वायु और भूमि प्रदूषण को कम करने का उद्देश्य पूरा हो रहा है।
24 अक्टूबर 2021 को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात में रामवीर तंवर जी का उल्लेख करते हुए तालाबों की सफाई व संरक्षण कार्यों की सराहना की। तंवर देश के उन 100 लोगों में चयनित हुए, जिन्होंने मन की बात कार्यक्रम के 100वें एपिसोड में बतौर अतिथि शामिल किए गए।
रामवीर तंवर जी को ताइवान से शाइनिंग वर्ल्ड प्रोटेक्शन पुरस्कार, संयुक्त राष्ट्र और iCONGO द्वारा वैश्विक नागरिक सम्मान रेक्स कर्मवीर चक्र पुरस्कार, जल शक्ति मंत्रालय द्वारा वॉटर हीरो पुरस्कार, पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा वेटलैंड चैम्पियन, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य भू-जल पुरस्कार से भी नवाज़ा गया है।