संसद का शीतकालीन सत्र
हवाई किराया सीमा, महंगाई और प्रदूषण पर तीखी बहस; दोनों सदनों की कार्यवाही कई बार स्थगित
संसद के शीतकालीन सत्र में गुरुवार को सरकार और विपक्ष के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर तीखी बहस देखने को मिली। हवाई किराया नियंत्रण, महंगाई और बढ़ते प्रदूषण जैसे मामलों को लेकर विपक्ष ने सरकार पर कड़ा हमला बोला, जिसके कारण लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही दिनभर में कई बार स्थगित करनी पड़ी।
हवाई किराया सीमा पर सरकार विपक्ष आमने–सामने
त्योहारी और पर्यटन सीजन में बढ़े हवाई किराए को लेकर सदस्यों ने चिंता जताई। विपक्ष ने मांग की कि सरकार स्पष्ट नीति बनाए और एयरलाइंस को ऊंचा किराया वसूलने से रोके। सरकार की ओर से नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा कि बाजार–आधारित प्रणाली लागू है, पर किराया अत्यधिक बढ़ने की शिकायतों पर नियामक स्तर पर समीक्षा जारी है।
महंगाई पर विपक्ष के सवाल
महंगाई के मुद्दे पर भी विपक्ष ने सरकार को घेरा। खाद्य तेल, सब्जियों और ईंधन की कीमतों में उतार–चढ़ाव का जिक्र करते हुए कई सांसदों ने कहा कि आम जनता पर बोझ लगातार बढ़ रहा है। सरकार का कहना था कि वैश्विक कारकों के बावजूद मुद्रास्फीति को नियंत्रित दायरे में रखने के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे हैं।
प्रदूषण पर गंभीर चिंता
दिल्ली–NCR सहित देश के कई हिस्सों में बिगड़ते वायु गुणवत्ता स्तर पर सांसदों ने चिंता व्यक्त की। विपक्ष ने केंद्र और राज्यों के बीच समन्वय को और मजबूत करने तथा ठोस प्रदूषण-नियंत्रण रणनीति लागू करने की मांग की। पर्यावरण मंत्रालय के अनुसार, मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए राज्यों के साथ मिलकर तुरंत–प्रभावी कदम बढ़ाए जा रहे हैं।
सदन कई बार स्थगित
इन विषयों पर लगातार हंगामा होने के कारण लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही बार–बार बाधित हुई। सभापति एवं अध्यक्ष ने सदस्यों से शांतिपूर्ण चर्चा का आग्रह किया, लेकिन विपक्ष के प्रदर्शन के चलते सदन को कई बार स्थगित करना पड़ा।
विशेषज्ञों का मानना है कि आगामी दिनों में बजट–संबंधी और आर्थिक मुद्दों पर भी बहस तेज हो सकती है, जिससे शीतकालीन सत्र और अधिक राजनीतिक रूप से सक्रिय रहने की संभावना है।
