उत्तर व मध्य भारत में कड़ाके की ठंड, शीतलहर और घने कोहरे का असर
उत्तर और मध्य भारत में सर्दी ने अपना सबसे कठोर रूप दिखाना शुरू कर दिया है। बीते कुछ दिनों से कई राज्यों में शीतलहर और घने कोहरे के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है, जिससे सुबह और रात के समय ठंड काफी बढ़ गई है।
घने कोहरे के कारण दृश्यता बेहद कम हो गई है। इसका सीधा असर हवाई और रेल यातायात पर पड़ा है। कई उड़ानों में देरी हुई, जबकि कुछ ट्रेनों को निर्धारित समय से घंटों बाद चलाया गया। प्रमुख रेलवे मार्गों पर ट्रेनों की रफ्तार धीमी कर दी गई है ताकि किसी भी तरह की दुर्घटना से बचा जा सके।
ठंड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए कई राज्यों की सरकारों ने स्कूलों के समय में बदलाव किया है। कुछ जगहों पर प्राथमिक कक्षाओं के लिए स्कूलों की शुरुआत देर से की गई है, वहीं कहीं-कहीं छुट्टियों की अवधि बढ़ाने का फैसला लिया गया है। प्रशासन का कहना है कि यह कदम बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
मौसम विभाग के अनुसार आने वाले कुछ दिनों तक ठंड से राहत मिलने की संभावना कम है। पहाड़ी क्षेत्रों से आ रही ठंडी हवाओं के चलते मैदानी इलाकों में तापमान और गिर सकता है। विशेषज्ञों ने बुजुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है।
स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनें, सुबह और देर रात अनावश्यक बाहर निकलने से बचें तथा कोहरे में वाहन चलाते समय सावधानी बरतें। प्रशासन हालात पर लगातार नजर बनाए हुए है।
