छत्तीसगढ़ में एक-दो स्थानों पर होगी भारी बारिश, इन दो स्थानों पर ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी
रायपुर : प्रदेश में बीते कुछ दिनों से दक्षिणी और मध्य क्षेत्रों में सप्ताहभर से अच्छी बारिश हो रही है। बस्तर संभाग में बारिश ने कहर बरपा दिया है। नदी-नाले उफान पर रहे। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग से ओडिशा, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश का संपर्क टूट गया था। मौसम विभाग ने पहले दक्षिण छत्तीसगढ़ यानी बस्तर के 7 जिलों के लिए 72 घंटे का रेड अलर्ट जारी किया था। इस दौरान खूब बारिश हुई। इसके बाद मौसम विभाग ने मध्य छत्तीसगढ़ यानी रायपुर और दुर्ग संभाग में 24 घंटों के लिए 18 जिलों में ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया था। अब बंगाल की खाड़ी में फिर निम्न दाब का क्षेत्र बन रहा है।
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि मॉनसून द्रोणिका उत्तर-पूर्व अरब सागर, नलिया, गुना, सतना, रांची, दीघा और उसके बाद दक्षिण-पूर्व की ओर उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। एक निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर बंगाल की खाड़ी में बनने और इसके और ज्यादा प्रबल होने होने की संभावना है। प्रदेश में 13 अगस्त को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने के आसार हैं। प्रदेश में एक- दो स्थानों पर गरज चमक साथ भारी वर्षा भी होने की संभावना है।
बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा, सुकमा, जगदलपुर, कांकेर और नारायणपुर में अच्छी बारिश हुई है। रायपुर संभाग के बलौदाबाजार-भाटापारा, धमतरी, गरियाबंद, महासमुंद 3 दिनों में अच्छी बारिश हुई है। दुर्ग जिले के कबीरधाम, राजनांदगांव, दुर्ग-भिलाई और बेमेतरा बारिश से सूखा खत्म हुआ है। उत्तर छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग में अभी भी सूखे जैसे स्थिति है। यहां सबसे कम बारिश हुई है। गुरुवार तक यहां 291.7 मिमी बरसात हुई है। यह औसत से 63% फीसदी कम है। सूरजपुर, बलरामपुर, जशपुर, कोरिया और बिलासपुर संभाग के कोरबा जिले में बारिश सामान्य से कम है।
