नए मंत्री श्री गजेन्द्र यादव के कड़कपन से कांपा स्कूली शिक्षा विभाग

बेपटरी पर आ चुके स्कूली शिक्षा विभाग को ट्रेक पर लाने की कवायद  में जुट गए है नव-नियुक्त स्कूली शिक्षा मंत्री गजेन्द्र यादव। मंत्री यादव की तारीफ होनी  चाहिए कि  दीमक की तरह बर्बाद करने वाले तथाकथित अधिकारियों  को बाहर का दरवाजा दिखाने में उन्होंने देरी नही की। सख्त तेवर से डेढ़ साल  से बेलगाम विभाग पर नकेल कसने की जो इच्छा-शक्ति  यादव ने दिखायी है,उम्मीद है इसका लाभ छत्तीसगढ़ को मिलेगा।मंत्री यादव जमीनी स्तर पर काम करने वाले कार्यकर्ता से मंत्री बने है , डॉ रमन सिंह के कार्यकाल में बस्तर, राजनांदगांव में  राष्ट्रीय सेवा योजना की जंबूरी  के आयोजन से वो आलाकमान के नजरो में आए और उनकी उस दौर की मेहनत का प्रतिफल है कि छत्तीसगढ़ के भविष्य गढ़ने वाले विभाग की बड़ी   जिम्मेदारी उन्हें मिली।

 

चुनौतियां बड़ी है लेकिन मंत्री गजेन्द्र यादव के पास सबका हल है। बेहतरीन समीक्षा  से  यदि वे  शिक्षकों को कक्षा के चौखट में सेवा के लिए तैनात कर सके तो छत्तीसगढ़ के शासकीय शैक्षणिक संस्थानों की तस्वीर एवं हजारों छात्र – छात्राओं की तकदीर बदलेगी।बता दें उनके  आमद से  नशेड़ी शिक्षक अब होश मे और एक   शिक्षा सचिव सीखाचों  के पीछे जाने कतार में लग चुके हैं। दो सहायक संचालक विभाग से बाहर किए जा चुके हैं, डीईओ.  को एक्स्ट्रा प्लेयर के तौर पर बिठा दिया गया हैं। मंत्री के तेवर से उम्मीद  जगी है असल  सुशासन  की।