CREDA CEO राजेश सिंह राणा का औचक निरीक्षण: लापरवाह क्लस्टर टेक्नीशियन को बर्खास्त करने के निर्देश
बलौदाबाजार, जांजगीर-चांपा और बिलासपुर के सोलर प्रोजेक्ट्स की ली ग्राउंड रिपोर्ट
रायपुर | 18 जून 2025
छत्तीसगढ़ अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (CREDA) के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (CEO) राजेश सिंह राणा ने बलौदाबाजार, जांजगीर-चांपा और बिलासपुर जिलों के विभिन्न सोलर प्रोजेक्ट्स का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई तकनीकी खामियों और फील्ड स्तर पर लापरवाही के मामले सामने आए, जिस पर राणा ने तत्काल सख्त कार्रवाई करते हुए लापरवाह क्लस्टर टेक्नीशियन को बर्खास्त करने के निर्देश दिए।
क्या मिला निरीक्षण में?
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सोलर यूनिट्स की निगरानी में अनियमितता,
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रखरखाव में लापरवाही,
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रिपोर्टिंग में गलत आंकड़े,
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और समय पर साइट विज़िट न करना जैसी गंभीर कमियां पाई गईं।
CEO ने स्पष्ट निर्देश दिए कि जिन टेक्नीशियन की भूमिका सवालों के घेरे में है, उन्हें तत्काल हटाया जाए और उनके स्थान पर जिम्मेदार कर्मियों की तैनाती की जाए।
मैदानी अमले को चेतावनी
राजेश सिंह राणा ने कहा:
“सरकारी योजनाओं की गुणवत्ता से समझौता बर्दाश्त नहीं होगा। फील्ड में सक्रिय रहकर हर यूनिट की निगरानी और रिपोर्टिंग अनिवार्य है।”
उन्होंने संबंधित जिला परियोजना अधिकारियों को भी निर्देशित किया कि सभी इंस्टॉल सोलर सिस्टम्स की कार्यक्षमता की मासिक रिपोर्टिंग अनिवार्य की जाए और हर शिकायत का 72 घंटे में समाधान सुनिश्चित हो।
क्यों है ये कार्रवाई अहम?
छत्तीसगढ़ में सोलर एनर्जी आधारित लाइटिंग सिस्टम, सिंचाई पंप और सामुदायिक भवनों की सौर आपूर्ति पर सरकार का ज़ोर है। ऐसे में किसी भी प्रकार की तकनीकी या मानव लापरवाही सीधी तौर पर लाभार्थियों को प्रभावित करती है।

नजर आगे पर:
CREDA की अगली समीक्षा बैठक में पूरे राज्यभर की सोलर परियोजनाओं की प्रगति रिपोर्ट मांगी गई है। उम्मीद की जा रही है कि अन्य जिलों में भी इसी तरह के औचक निरीक्षण किए जाएंगे।

