नक्सल प्रभावित मुलेर में खुलेगा स्कूल और अस्पताल: CM साय ने जवानों संग किया भोजन, बोले- “छत्तीसगढ़ होगा नक्सल मुक्त”
दंतेवाड़ा/सुकमा/बीजापुर – छत्तीसगढ़ सरकार के “सुशासन तिहार” कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रदेश के अतिनक्सल प्रभावित क्षेत्र मुलेर का अचानक दौरा किया। यह गांव दंतेवाड़ा-सुकमा सीमा पर स्थित है, जहां आमतौर पर सरकारी कर्मचारियों की भी आवाजाही नहीं होती। ऐसे संवेदनशील क्षेत्र में मुख्यमंत्री का पहुंचना एक बड़ा संदेश माना जा रहा है।
मुलेर में स्कूल और अस्पताल के आदेश
मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से सीधी बातचीत करते हुए उनकी समस्याएं सुनीं और गांव में स्कूल व अस्पताल खोलने के निर्देश दिए। उन्होंने आश्वासन दिया कि अब शासन की सभी योजनाएं यहां तक पहुंचेंगी और विकास की मुख्यधारा में मुलेर को भी जोड़ा जाएगा।
सीएम साय का कहना था, “जहां पहले अफसर जाने से डरते थे, वहां अब सरकार खुद पहुंच रही है। यही नया छत्तीसगढ़ है।”

जवानों के साथ भोजन और कर्रेगुट्टा ऑपरेशन की जानकारी
मुलेर के दौरे के बाद मुख्यमंत्री सीधे बीजापुर जिले के गलगम कैंप पहुंचे, जो हाल ही में कर्रेगुट्टा के पहाड़ों के पास स्थापित किया गया है। यहां उन्होंने सुरक्षाबलों से मुलाकात की और हाल में हुए कर्रेगुट्टा ऑपरेशन की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने जवानों के साथ दोपहर का भोजन साझा किया और लगभग एक घंटा उनके बीच बिताया। उन्होंने जवानों की बहादुरी और समर्पण की सराहना करते हुए कहा:
“आपके साहस और बलिदान से ही छत्तीसगढ़ नक्सल मुक्त होगा। सरकार आपके साथ हर कदम पर खड़ी है।”
