रायपुर के मेकाहारा में एक बेड पर दो प्रसूता
 
                हाईकोर्ट ने जताई नाराज़गी, कहा- बहुत दुखद स्थिति; गोपनीयता और स्वच्छता की रक्षा जरूरी, ACS से मांगा शपथपत्र
रायपुर।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के मेकाहारा (अंबेडकर अस्पताल) से सामने आई तस्वीरों ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है, जहां एक ही बेड पर दो प्रसूताएं भर्ती की गईं। इस मामले पर छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने सख्त नाराज़गी जताई है और कहा कि यह “बहुत दुखद और अस्वीकार्य स्थिति” है।
गोपनीयता और स्वच्छता पर सवाल
हाईकोर्ट ने कहा कि अस्पतालों में प्रसूता महिलाओं की गोपनीयता और स्वच्छता की रक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। न्यायालय ने इस मामले को मानव गरिमा और महिला अधिकारों से जुड़ा मुद्दा बताया।
ACS से मांगा शपथपत्र
कोर्ट ने राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव (ACS) से इस घटना पर शपथपत्र (affidavit) प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। इसमें यह बताना होगा कि अस्पताल में ऐसी स्थिति क्यों बनी, और भविष्य में इसे रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
अस्पताल प्रशासन ने दी सफाई
मेकाहारा अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि मरीजों की संख्या अचानक बढ़ने से अस्थायी रूप से यह स्थिति बनी थी। अस्पताल प्रशासन ने दावा किया कि अब अतिरिक्त बेड और वार्ड की व्यवस्था कर दी गई है।
सरकार ने मांगी रिपोर्ट
स्वास्थ्य मंत्री ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए विभागीय जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के किसी भी अस्पताल में इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

