रायपुर में आर्थिक और सांख्यिकी विभाग की डिप्टी डायरेक्टर माया तिवारी के साथ करीब 90 लाख रुपए की साइबर ठगी का मामला सामने आया है। नवा रायपुर के राखी थाने में दर्ज शिकायत के अनुसार, कुछ महिलाओं ने खुद को निवेश कंपनी से जुड़ा बताते हुए उन्हें छह महीने में दोगुना मुनाफा देने का लालच दिया।
माया तिवारी ने 3 मार्च को फेसबुक पर एक विज्ञापन देखा, जिसमें “सरकारी सपोर्ट वाली कंपनी” में निवेश कर दोगुना मुनाफा मिलने का दावा किया गया था। विज्ञापन में मौजूद वीडियो देखकर वे भरोसा कर बैठीं और रजिस्ट्रेशन कर लिया।
इसके बाद जारा अली खान नाम की एक महिला ने फोन कर उन्हें बधाई दी और बताया कि उनकी रकम को संभालने के लिए एक अकाउंट ऑफिसर नियुक्त किया जाएगा। कुछ देर बाद संगीता शर्मा नाम की महिला ने कॉल कर खुद को अकाउंट ऑफिसर बताया और माया से फोनपे के माध्यम से 18-19 हजार के कई ट्रांजैक्शन कराए।
धीरे-धीरे अलग-अलग नंबरों से कॉल आकर माया से कई अकाउंट्स में पैसे ट्रांसफर करवाए गए। उन्होंने 20 से अधिक बार में कुल 89.67 लाख रुपए अलग-अलग बैंक खातों और फोनपे से भेज दिए। जुलाई में रकम दोगुनी होने का भरोसा दिया गया, लेकिन जब पैसे वापस नहीं आए तो माया को ठगी का एहसास हुआ।
पुलिस को शिकायत के बाद अब तक 20 लाख रुपए होल्ड किए जा चुके हैं और मामले की विस्तृत जांच जारी है। रायपुर एसएसपी लाल उम्मेद सिंह ने बताया कि यह मामला साइबर फ्रॉड से जुड़ा है जिसमें महिला अधिकारी को शेयर ट्रेडिंग के नाम पर निवेश के लिए फंसाया गया |