प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में बीजेपी के नए मुख्यालय का उद्घाटन किया, ‘नारी शक्ति’ पर दिया विशेष जोर

PM addressing the gathering at the laying of Foundation Stone and launching various projects at Dhar, in Madhya Pradesh on September 17, 2025.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नए मुख्यालय का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने अपने संबोधन में ‘नारी शक्ति’ (महिला सशक्तिकरण) के महत्व पर विशेष जोर देते हुए कहा कि भारत की प्रगति और विकास में महिलाओं की भागीदारी सबसे अहम है।
नए मुख्यालय का उद्घाटन
दिल्ली में बने इस नए भाजपा मुख्यालय को आधुनिक तकनीक और सुविधाओं से लैस किया गया है। यहाँ पर पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं के लिए बेहतर कार्यस्थल, संवाद और संगठनात्मक गतिविधियों के लिए उन्नत व्यवस्था की गई है। इस मुख्यालय का निर्माण भाजपा के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने और जमीनी स्तर तक कार्यकर्ताओं से जुड़ाव बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया है।
मोदी का संदेश – ‘नारी शक्ति’ राष्ट्र की ताकत
उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि –
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महिलाएँ समाज और राष्ट्र निर्माण की सबसे बड़ी आधारशिला हैं।
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आज भारत हर क्षेत्र में महिला शक्ति के नेतृत्व को देख रहा है – चाहे वह राजनीति हो, शिक्षा, विज्ञान, खेल या स्टार्टअप।
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सरकार ने महिलाओं के लिए कई योजनाएँ शुरू की हैं, जिनका उद्देश्य उन्हें आत्मनिर्भर बनाना और आर्थिक, सामाजिक एवं राजनीतिक क्षेत्रों में अग्रणी बनाना है।
भाजपा की प्राथमिकता में महिला सशक्तिकरण
भाजपा लंबे समय से महिला सशक्तिकरण को अपनी प्राथमिकता में रखती आई है। पार्टी का मानना है कि महिला वर्ग को संगठित कर उन्हें निर्णय लेने की प्रक्रिया में सक्रिय रूप से शामिल करना ही वास्तविक लोकतंत्र की पहचान है।
नागरिकों और कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रिया
इस अवसर पर मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री मोदी के विज़न और महिला सशक्तिकरण पर जोर देने की सराहना की। उनका मानना है कि नए मुख्यालय से संगठनात्मक कार्यों को और गति मिलेगी और महिलाओं को राजनीति में अधिक अवसर प्राप्त होंगे।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भाजपा के नए मुख्यालय का उद्घाटन न केवल एक संगठनात्मक उपलब्धि है, बल्कि उनका ‘नारी शक्ति’ पर जोर देना भारतीय राजनीति और समाज में महिला सशक्तिकरण को नई दिशा देता है। आने वाले समय में यह कदम देश की लोकतांत्रिक और सामाजिक संरचना को और अधिक मजबूत बनाएगा।