बिलासपुर , 28 मार्च 2023 : छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के सरकारी मिडिल, हाई और हायर सेकेंडरी स्कूलों मे तीन महीने की एक्सट्रा क्लास लगाईं गयी , जिसकी जानकारी किसी भी छात्र-छात्राओं को नहीं थी पर अब इसके नाम पर शिक्षक और व्याख्याताओं के भुगतान के लिए 2 करोड़ रुपए से अधिक की राशि जारी कर दी गई है,
असल में कोरोना काल के दौरान दो साल सरकारी स्कूल बंद रहे, और बच्चे पढ़ाई में पिछड़ गए। इसलिए, सरकार ने एक्सट्रा क्लॉस लगाने के निर्देश दिए , जो की स्कूल समय के पहले और बाद में लगायी जानी थी लेकिन, अधिकांश शिक्षकों ने इसका पालन ही नहीं किया। इधर, अब उपचारात्मक शिक्षा और एक्सट्रा क्लॉस के नाम पर जिले के शिक्षकों को भुगतान के लिए 2 करोड़ रुपए से अधिक की राशि जारी क्र दी गयी है जिसमे जमकर बंदरबांट हो रही है, चूँकि मार्च के पहले यह राशि खर्च करनी है तोह शिक्षा अधिकारी भी इसे जल्द से जल्द खर्च करने के लिए दबाव बना रहे हैं।
प्रति छात्र 150 रुपए के हिसाब से किया गया भुगतान
दरअसल मिडिल, हाई और हायर सेकेंडरी के स्टूडेंट्स के लिए नवंबर, दिसंबर और जनवरी माह में एक्सट्रा क्लॉस लगाईं जानी थी जिसमे प्रति छात्र व्याख्याता और शिक्षकों को 150 रुपए माह के हिसाब से तीन माह का भुगतान किया जाना था , हालांकि, एक्सट्रा क्लास का कोई रिकार्ड नहीं है फिर भी इसके बावजूद भुगतान किया जा रहा है, जो की समझ से परे है
प्राचार्यों को वेंडर बनाकर निकली जा रही राशि
उपचरात्मक शिक्षा के नाम पर जारी राशि को एक्सट्रा क्लॉस लेने वाले व्याख्याता और शिक्षकों को एकाउंट पे करना था लेकिन इसके स्थान पर समग्र शिक्षा के अधिकारियों ने प्राचार्यों को वेंडर बनाकर बैंक से राशि आहरण करने की छूट दे दी है और अब इसी के कारण एक्सट्रा क्लॉस के नाम पर मिली राशि की जमकर बंदरबांट हो रही है।
एक्स्ट्रा क्लास नहीं लगाने क यह है वजह
सरकारी स्कूलों में गिनती के शिक्षकों ने ही तीन माह नहीं, बल्कि कुछ दिन ही एक्स्ट्रा क्लॉस लगाई। जबकि, अधिकांश शिक्षकों ने बच्चों को एक दिन भी पढ़ाना उचित नहीं समझा। दरअसल, शिक्षकों ने सोचा नहीं था कि इसके लिए इतना फंड आएगा। इसलिए किसी ने अतिरिक्त कक्षा लगाने की तरफ ध्यान ही नहीं दिया फिलहाल अधिकारी अनिल तिवारी,का कहना है की जिले के 198 संकुल के 71996 हाई और हायर सेकेंडरी स्टूडेंट्स का एक्सट्रा क्लॉस लेने के लिए 1 करोड़ 8 लाख रुपए जारी किए गए हैं और इसी तरह मिडिल स्कूल के छात्र- छात्राओं के लिए भी 1 करोड़ रुपए से अधिक जारी की गई है।
नियमित से अधिक उपस्तिथि एक्स्ट्रा क्लास में
वैसे देखा जाए तोह कक्षा छठवीं से लेकर बारहवीं तक सभी बच्चे नियमित रूप से स्कूल आते ही नहीं है लेकिन, आपको यह जानकर हैरत होगी कि एक्सट्रा क्लॉस में सभी की उपस्थिति बनाकर संकुल प्राचार्य, संकुल समन्वयक व्याख्याता और शिक्षकों को राशि जारी की जा रही है। और अब स्कूल की हाजिरी रजिस्टर से इसका मिलान करने पर ही पूरी गड़बड़ी उजागर हो पाएगी।