बस्तर में नक्सलियों का बड़ा आत्मसमर्पण: 1 करोड़ के इनामी सोनू दादा सहित 60 सक्रिय नक्सली हथियार छोड़कर लौटे मुख्यधारा में

रायपुर, 14 अक्टूबर 2025।
छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान को बड़ी सफलता मिली है। बस्तर रेंज में सुरक्षा बलों के निरंतर दबाव और सरकार की पुनर्वास नीति के असर से 1 करोड़ के इनामी नक्सली सोनू दादा उर्फ सोनू पदामी ने 60 अन्य सक्रिय नक्सलियों के साथ आत्मसमर्पण कर दिया। यह आत्मसमर्पण नक्सल संगठन के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।

सूत्रों के अनुसार, सोनू दादा कई बड़ी नक्सली वारदातों में शामिल रहा है, जिनमें पुलिस पार्टी पर हमले, बारूदी विस्फोट और सुरक्षाबलों से मुठभेड़ जैसी घटनाएँ शामिल हैं। लंबे समय से दंतेवाड़ा और सुकमा के जंगलों में सक्रिय सोनू दादा पर सरकार ने ₹1 करोड़ का इनाम घोषित कर रखा था।

राज्य पुलिस मुख्यालय रायपुर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीजीपी ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में कई प्रमुख एरिया कमांडर, सेक्शन कमांडर और सक्रिय महिला नक्सली भी शामिल हैं। सभी को राज्य सरकार की पुनर्वास नीति के तहत सुरक्षा और आर्थिक सहायता दी जाएगी।

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस आत्मसमर्पण को प्रदेश के लिए “शांति और विकास की दिशा में ऐतिहासिक कदम” बताया। उन्होंने कहा —

“सरकार की नीति स्पष्ट है — जो हथियार छोड़कर मुख्यधारा में लौटना चाहते हैं, उनका स्वागत है। अब विकास ही जंगलों की नई पहचान बनेगा।”

गृह विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हाल के महीनों में बस्तर क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ अभियान तेज हुआ है। इसके चलते कई कैडर थक चुके हैं और पुलिस दबाव के चलते आत्मसमर्पण का रास्ता अपना रहे हैं

सुरक्षा बलों के अनुसार, यह आत्मसमर्पण न सिर्फ नक्सली नेटवर्क को कमजोर करेगा, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए मुख्यधारा में लौटने का सकारात्मक संदेश भी देगा।